Edited By Mahima,Updated: 10 Oct, 2024 01:03 PM
रतन टाटा, एक revered भारतीय उद्योगपति, 86 वर्ष की आयु में मुंबई में निधन हो गए, जिससे देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। जर्मनी में एक कॉन्सर्ट के दौरान, गायक दिलजीत दोसांझ ने अपना प्रदर्शन रोककर श्रद्धांजलि दी, और टाटा की मेहनत औरIntegrity की...
नेशनल डेस्क: भारत के सबसे प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में से एक, रतन टाटा, का निधन 86 वर्ष की आयु में बुधवार शाम को मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में हुआ। उनके निधन से देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है। रतन टाटा न केवल एक सफल उद्योगपति थे, बल्कि समाज सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता भी उन्हें विशेष बनाती थी। उनका जीवन प्रेरणा और सेवा का आदर्श उदाहरण था।
दिलजीत दोसांझ ने कॉन्सर्ट रोका
रतन टाटा के निधन की खबर सुनकर जर्मनी में अपने 'दिल-लुमिनाती' वर्ल्ड टूर के दौरान गायक दिलजीत दोसांझ ने अपने कॉन्सर्ट को अचानक रोक दिया। उन्होंने दर्शकों के सामने रतन टाटा को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, "रतन टाटा जी के बारे में आप सब जानते हैं। उनका देहांत हो गया है। हमारी तरफ से उन्हें छोटी सी श्रद्धांजलि। आज उनका नाम लेना इसलिए जरूरी था क्योंकि उन्होंने अपने जीवन में हमेशा बहुत मेहनत की।"
रतन टाटा की जिंदगी हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत
दिलजीत ने आगे कहा, "रतन टाटा की जिंदगी हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। मैंने कभी नहीं सुना कि उन्होंने किसी के बारे में बुरा कहा हो। उन्होंने अपनी मेहनत से हमेशा अच्छा किया, और दूसरों की मदद की। यही असली जिंदगी है। अगर हम कुछ सीख सकते हैं, तो यह है कि हमें मेहनत करनी है, अच्छा सोचना है और अपने जीवन को बेदाग तरीके से जीकर जाना है।"
रतन टाटा की स्वास्थ्य स्थिति
रतन टाटा के स्वास्थ्य के बारे में कुछ समय से अटकलें चल रही थीं। हाल ही में उन्होंने अपनी सेहत को लेकर सोशल मीडिया पर स्पष्ट किया था कि वे नियमित मेडिकल चेकअप करवा रहे हैं, जो उनकी उम्र के कारण हो रहे सामान्य समस्याओं के लिए आवश्यक हैं। हालांकि, सोमवार को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई, और उनके निधन की खबर ने सभी को चौंका दिया।
एन. चंद्रसेखरन का बयान
टाटा सन्स के चेयरमैन एन. चंद्रसेखरन ने रतन टाटा के निधन की पुष्टि करते हुए कहा, "वे हमारे लिए एक उदाहरण थे। उनके नेतृत्व में टाटा ग्रुप ने हमेशा श्रेष्ठता के लिए अपने अडिग कमिटमेंट और निष्ठा को बनाए रखा। उन्होंने अपनी नैतिकता के स्तर को बनाए रखते हुए विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाई।"
दिलजीत का वर्ल्ड टूर
दिलजीत दोसांझ, जो इन दिनों अपने 'दिल-लुमिनाती' वर्ल्ड टूर पर हैं, ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि वे अपने फैंस के साथ इस दुखद पल को साझा करना चाहते हैं। उनका टूर जर्मनी से शुरू हुआ है, और वे जल्द ही लंदन और भारत के विभिन्न शहरों में भी परफॉर्म करेंगे। इस टूर ने उन्हें वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई है, और उनके फैंस का समर्थन उन्हें हमेशा प्रेरित करता है।
वे हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे
रतन टाटा का जीवन एक ऐसा प्रेरणास्त्रोत है जो न केवल उद्यमिता की दुनिया में, बल्कि समाज सेवा के क्षेत्र में भी गहराई से छाया हुआ है। उन्होंने कई सामाजिक परियोजनाओं में योगदान दिया और शिक्षा, स्वास्थ्य और सामुदायिक विकास में महत्वपूर्ण कार्य किए। उनके द्वारा स्थापित ट्रस्ट और संस्थान आज भी समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं। रतन टाटा के निधन ने न केवल उद्योग जगत, बल्कि समस्त भारतीय समाज को एक गहरी छाया में डाल दिया है। उनका योगदान और मूल्य हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे। दिलजीत दोसांझ का श्रद्धांजलि देने का यह तरीका इस बात का प्रमाण है कि रतन टाटा की प्रेरणादायक कहानी केवल उद्योग के लिए ही नहीं, बल्कि हर इंसान के लिए एक मिसाल है। उनके जीवन का उद्देश्य, उनकी मेहनत और उनके अच्छे काम हमेशा याद रखे जाएंगे।