Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 23 Mar, 2025 11:48 AM

दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में एक बड़े सेक्स रैकेट का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। इस रैकेट में दलालों ने एक सुनियोजित सिस्टम बना रखा था जहां लड़कियों को 5 से 10 मिनट के लिए भी 'ऑर्डर' पर भेजा जाता था।
नेशनल डेस्क: दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में एक बड़े सेक्स रैकेट का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। इस रैकेट में दलालों ने एक सुनियोजित सिस्टम बना रखा था जहां लड़कियों को 5 से 10 मिनट के लिए भी 'ऑर्डर' पर भेजा जाता था। इसमें डिलीवरी बॉय स्कूटी पर लड़कियों को होटलों तक पहुंचाकर वापस लाने का काम कर रहे थे। दिल्ली पुलिस ने इस अवैध धंधे का पर्दाफाश किया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि पहाड़गंज के कुछ होटलों और मकानों में लड़कियों को जबरन रखकर देह व्यापार के लिए मजबूर किया जा रहा है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने चूना मंडी स्थित होटल 'Yes Please' 'God Inn' और एक दो मंजिला इमारत पर छापा मारा। इस ऑपरेशन में 22 लड़कियां बरामद हुईं जिनमें एक नाबालिग लड़का और एक उज़्बेकिस्तानी लड़की भी शामिल थी।
दलाल गिरफ्तार मास्टरमाइंड फरार
NGO मनोबल की फाउंडर निर्मला बी वाल्टर ने बताया कि हमने इसकी जानकारी जिला उपायुक्त हर्षवर्धन को दी। उपायुक्त ने बिना वक्त गंवाए आधी रात को महिला चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर किरण सेठी के साथ पुलिस टीम तैयार कर NGO की निशानदेही पर छापा मारा। आधी रात अचानक हुई इस पुलिस कार्रवाई में किसी को भगाने का मौका नहीं दिया। पुलिस ने इस नेटवर्क से जुड़े कई दलालों को हिरासत में लिया है। पुलिस जांच में पता चला कि इस रैकेट को निज़ाम और रेहान नाम के दो लोग चला रहे थे। ये दोनों अभी फरार हैं लेकिन पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। मकान का एग्रीमेंट भी इन्हीं दोनों के नाम पर बना हुआ था। छापेमारी के दौरान होटल 'Yes Please' से तीन और 'God Inn' से चार लड़कियों को पकड़ा गया। सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि चूना मंडी की एक इमारत के पहले और दूसरे फ्लोर पर 16 लड़कियों को रखा गया था। इन लड़कियों को नेपाल असम और पश्चिम बंगाल से लाकर इस घिनौने व्यापार में धकेला गया था।
5 से 10 मिनट में 'ऑर्डर' समाप्त 700 से 10000 रुपये तक के रेट
इस रैकेट में दलालों ने एक सुनियोजित सिस्टम बना रखा था जहां लड़कियों को 5 से 10 मिनट के लिए भी भेजा जाता था। इसके एवज में ग्राहक से 700 रुपये से लेकर 10000 रुपये तक की रकम ली जाती थी। वहीं जानकारी में पता चला कि विदेशी युवतियों को 8 हजार में भेजते थे। होटल्स और मकानों के बाहर कई डिलीवरी बॉय अपनी स्कूटी और बाइक के साथ तैयार रहते थे। ग्राहक के ऑर्डर करने पर वे लड़की को 10 मिनट में होटल पहुंचाते और फिर वापस बेस पर ले जाते थे। इस छापेमारी में एक नाबालिग लड़का भी बरामद हुआ जिसे बाजार से सामान लाने के लिए रखा गया था। NGO 'मनोबल' की संस्थापक निर्मला बी वाल्टर ने बताया "लड़कियों को इस काम के लिए मानसिक रूप से तैयार किया जाता था। उन्हें जबरदस्ती ही नहीं बल्कि उनकी आर्थिक मजबूरियों और भावनात्मक कमजोरी का फायदा उठाकर इस धंधे में झोंका जाता था।" इस रैकेट का पर्दाफाश होने के बाद दिल्ली पुलिस अब दलालों और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है। मास्टरमाइंड निज़ाम और रेहान की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
यह रैकेट कैसे काम करता था?
यह रैकेट एक सुनियोजित सिस्टम के तहत काम करता था। दलाल लड़कियों को 5 से 10 मिनट के लिए भी 'ऑर्डर' पर भेजते थे। इसके लिए वे ग्राहकों से 700 रुपये से लेकर 10000 रुपये तक की रकम वसूलते थे। होटलों और मकानों के बाहर कई डिलीवरी बॉय अपनी स्कूटी और बाइक के साथ तैयार रहते थे। ग्राहक के ऑर्डर करने पर वे लड़की को 10 मिनट में होटल पहुंचाते और फिर वापस बेस पर ले जाते थे। पुलिस जांच में पता चला कि इन लड़कियों को नेपाल असम और पश्चिम बंगाल से लाया गया था। उन्हें जबरदस्ती या उनकी आर्थिक मजबूरियों और भावनात्मक कमजोरी का फायदा उठाकर इस धंधे में धकेला जाता था।
पुलिस की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने इस रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए एक बड़ा ऑपरेशन चलाया। पुलिस ने चूना मंडी स्थित होटल 'Yes Please' 'God Inn' और एक दो मंजिला इमारत पर छापा मारा। इस ऑपरेशन में 22 लड़कियां बरामद हुईं जिनमें एक नाबालिग लड़का और एक उज़्बेकिस्तानी लड़की भी शामिल थी। पुलिस ने इस नेटवर्क से जुड़े कई दलालों को हिरासत में लिया है। पुलिस अब इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है। मास्टरमाइंड निज़ाम और रेहान की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस रैकेट में और कौन-कौन शामिल है और यह कितने समय से चल रहा था।