Edited By Anu Malhotra,Updated: 26 Oct, 2024 11:05 AM
दिवाली से पहले सरकार ने एक बड़ा तोहफा देते हुए मुद्रा योजना के तहत लोन सीमा बढ़ा दी है। सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के तहत लोन की सीमा को बढ़ाकर 20 लाख रुपए कर दिया है, जिसका उद्देश्य छोटे उद्यमियों को मदद करना है। वित्त मंत्रालय...
नेशनल डेस्क: दिवाली से पहले सरकार ने एक बड़ा तोहफा देते हुए मुद्रा योजना के तहत लोन सीमा बढ़ा दी है। सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के तहत लोन की सीमा को बढ़ाकर 20 लाख रुपए कर दिया है, जिसका उद्देश्य छोटे उद्यमियों को मदद करना है। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 जुलाई को केंद्रीय बजट में इस वृद्धि की घोषणा की थी। यह कदम नए उद्यमियों को अपने उद्योगों का विस्तार करने में सहायक साबित होगा। अधिसूचना के अनुसार, ‘तरुण प्लस’ श्रेणी के तहत 10 लाख रुपए से अधिक और 20 लाख रुपए तक के लोन उन उद्यमियों को उपलब्ध होंगे जिन्होंने पहले का लोन सफलतापूर्वक चुका दिया है।
योजना की पृष्ठभूमि
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरुआत 8 अप्रैल, 2015 को हुई थी। इस योजना का उद्देश्य गैर-कॉरपोरेट, गैर-कृषि छोटे और सूक्ष्म उद्यमियों को बिना गारंटी के 10 लाख रुपए तक का लोन प्रदान करना है। बैंक इस योजना के तहत तीन श्रेणियों में लोन देते हैं:
शिशु: 50,000 रुपए तक
किशोर: 50,000 रुपए से 5 लाख रुपए तक
तरुण: 10 लाख रुपए तक (अब 20 लाख रुपए)
योजना की पात्रता
उद्यमी भारत का नागरिक होना चाहिए।
उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए।
बैंक डिफॉल्ट हिस्ट्री नहीं होनी चाहिए।
कॉरपोरेट संस्थाएँ इस योजना के अंतर्गत मान्य नहीं हैं।
यह वृद्धि छोटे उद्यमियों को अपने व्यवसाय को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करती है।