Edited By Anu Malhotra,Updated: 29 Oct, 2024 05:24 PM
दीपावली पूजन मुहूर्त को लेकर इस साल विद्वान एकमत नहीं हैं। पंजाब ,हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में अमावस्या तिथि 31 अक्तूबर दोपहर 3.53 से लेकर 1 नवंबर शाम 6.17 तक है।
नेशनल डेस्क: दीपावली पूजन मुहूर्त को लेकर इस साल विद्वान एकमत नहीं हैं। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में अमावस्या तिथि 31 अक्तूबर दोपहर 3.53 से लेकर 1 नवम्बर शाम 6.17 तक है। इन राज्यों में एक नवम्बर को सूर्य अस्त का समय शाम 5.35 है, लिहाजा अमावस्या तिथि की शुरुआत और अंत दोनों ही सूर्य उदय और सूर्य अस्त के मध्य है। ऐसे में इन राज्यों में लक्ष्मी पूजन का मुहूर्त 1 नवम्बर का निकलता है जबकि पश्चिमी और दक्षिणी राज्यों में सूर्य असत पहले हो रहा है। मुम्बई में सूर्य अस्त शाम 6.05 को होगा और अमस्या तिथि 6.17 को खत्म हो रही है, लिहाजा अमवस्या तिथि में एक घड़ी का समय (24 मिनट) नहीं बचेगा। इन राज्यों में लक्ष्मी पूजन 31 अक्तूबर को होगा। हम आपकी सुविधा के लिए यहां दोनों दिन के मुहूर्त प्रकाशित कर रहे हैं।
1 नवंबर को प्रदोष काल सांय 5.32 से लेकर रात्रि 8.14 तक रहेगा लेकिन इस बीच शाम 7.14 तक रोग की चौघडिय़ा रहेगी, लिहाजा प्रदोष काल से पहले ही गौण प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजन आरंभ कर लेना चाहिए जो लोग प्रदोष काल से पूर्व पूजा आरंभ न कर सकें, उन्हें रात 8.53 से 10.32 के बीच लाभ की चौघडिय़ा में पूजन करना चाहिए।
उत्तरी राज्यों के लिए पूजा मुहूर्त (1 नवम्बर)
लाभ की चौघडिय़ा - रात 8.53 से 10.32
शुभ चौघडिय़ा मध्य रात्रि (00.11 से मध्य रात्रि 1.50)
अमृत चौघडिय़ा - मध्य रात्रि (1.50 से 3.29 तक)
चर चौघडिय़ा - मध्य रात्रि (3.29 से सुबह 5.08 तक)
अन्य राज्यों के लिए मुहूर्त (31 अक्तूबर)
अमृत चौघडिय़ा - शाम 05.35 से 07.13
चर चौघडिय़ा - शाम 07.13 से 08.51
लाभ की चौघडिय़ा -मध्य रात्रि 12.07 से 01.44
शुभ चौघडिय़ा मध्य रात्रि (03.22 से सुबह 05.00 बजे)
प्रदोष काल - शाम 5.52 से शाम 8.24 बजे
लक्ष्मी पूजन मुहूर्त - शाम 6.43 से 8.24 बजे
निशीथ काल मुहूर्त - रात्रि 11.45 से मध्य रात्रि 12.35