Edited By Parveen Kumar,Updated: 30 Jan, 2025 06:26 PM
सिलबट्टा एक पारंपरिक रसोई उपकरण है, जिसका उपयोग भारतीय घरों में मसाले पीसने के लिए किया जाता है। हालांकि आधुनिकता के दौर में इसका इस्तेमाल कम हो गया है, फिर भी कई घरों में इसे आज भी इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि सिलबट्टे से मसाले पीसने से भोजन का...
इंटरनेशनल डेस्क : सिलबट्टा एक पारंपरिक रसोई उपकरण है, जिसका उपयोग भारतीय घरों में मसाले पीसने के लिए किया जाता है। हालांकि आधुनिकता के दौर में इसका इस्तेमाल कम हो गया है, फिर भी कई घरों में इसे आज भी इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि सिलबट्टे से मसाले पीसने से भोजन का स्वाद और भी बढ़ जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिलबट्टा रखने का तरीका और उसका सही दिशा में उपयोग वास्तु शास्त्र में भी महत्वपूर्ण है? आज हम आपको सिलबट्टे से जुड़ी कुछ वास्तु टिप्स देंगे, जिससे न सिर्फ आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा आएगी, बल्कि रसोई घर में सुख-समृद्धि भी बनी रहेगी।
वास्तु शास्त्र में सिलबट्टे का स्थान
वास्तु शास्त्र के अनुसार, सिलबट्टा रसोई में सही दिशा में रखना बहुत जरूरी है। इसे उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) में नहीं रखना चाहिए, क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ सकता है। इसके बजाय, सिलबट्टे को पश्चिम या दक्षिण दिशा में रखना चाहिए। इन दिशाओं में रखा सिलबट्टा घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
सिलबट्टा किस चीज़ का हो?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, सिलबट्टा लकड़ी या पत्थर का हो सकता है, लेकिन लकड़ी का सिलबट्टा यदि नीम की लकड़ी से बना हो, तो वह अधिक शुभ माना जाता है। नीम की लकड़ी में औषधीय गुण होते हैं और यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद करती है, जिससे घर का वातावरण शांति और समृद्धि से भरपूर रहता है। इसके अलावा, पत्थर का सिलबट्टा भी अच्छा माना जाता है।
सिलबट्टे की सफाई और उपयोग
सिलबट्टे को हमेशा साफ रखना चाहिए। इसे नियमित रूप से धोने से न केवल इसकी कार्यक्षमता बनी रहती है, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है। खासकर, सिलबट्टे पर नमक पीसने और फिर उसी नमक का भोजन में इस्तेमाल करना शुभ माना जाता है। इसके अलावा, सिलबट्टे को नमक के पानी से धोने से घर में शांति और समृद्धि बनी रहती है।
सिलबट्टे का रख-रखाव
सिलबट्टे का आकार और स्थिति भी महत्वपूर्ण होती है। टूटा हुआ सिलबट्टा घर में नहीं रखना चाहिए, क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकता है। हमेशा ध्यान रखें कि सिलबट्टा सही स्थिति में और काम करने योग्य हो। इसे कभी भी लेटाकर न रखें, बल्कि दीवार के सहारे खड़ा करके रखें, ताकि इसकी कार्यक्षमता बनी रहे। सिलबट्टा और उसका दवात (पत्थर) दोनों को हमेशा एक साथ रखें।