Edited By Radhika,Updated: 25 Dec, 2024 01:01 PM
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित अम्बेडकर अस्पताल के डॉक्टरों ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। डॉक्टरों ने एक मरीज के फेफड़ों और दिल से जुड़ा हुआ 5 किलो का बड़ा ट्यूमर सफलतापूर्वक निकाला। इस ट्यूमर की वजह से मरीज पिछले दो महीनों से ठीक से सांस...
नेशनल डेस्क: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित अम्बेडकर अस्पताल के डॉक्टरों ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। डॉक्टरों ने एक मरीज के फेफड़ों और दिल से जुड़ा हुआ 5 किलो का बड़ा ट्यूमर सफलतापूर्वक निकाला। इस ट्यूमर की वजह से मरीज पिछले दो महीनों से ठीक से सांस नहीं ले पा रही थी और ऑपरेशन से पहले उसे वेंटीलेटर पर रखा गया था। इस प्रकार के ट्यूमर को मेडिकल भाषा में मेडिस्टाइनल ट्यूमर कहा जाता है। यह ऑपरेशन कैंसर सर्जन डॉ. आशुतोष गुप्ता और चेस्ट सर्जन डॉ. कृष्णकांत साहू की टीम ने मिलकर किया, और अब मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुकी है।
महिला की उम्र 52 साल की है। अम्बेडकर अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि इतना बड़ा ट्यूमर उन्होने पहले कभी नहीं देखा और दुनिया भर में इस आकार का ट्यूमर मिलना बहुत ही दुर्लभ है। अगर इसे समय से बाहर नहीं निकाला जाता तो मरीज के महत्वपूर्ण अंगों, जैसे दिल और फेफड़ों, को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता था। अब वह स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुकी है।
कैंसर सर्जन डॉ. आशुतोष गुप्ता और चेस्ट सर्जन डॉ. कृष्णकांत साहू ने मिलकर इस महिला का सफल ऑपरेशन किया। महिला को सांस लेने में कठिनाई होने के बाद सीटी स्कैन करवाने पर उसकी छाती के अंदर और हार्ट से जुड़ा एक विशाल ट्यूमर पाया गया। महिला की स्थिति इतनी गंभीर थी कि उसे हाईप्रेशर वेंटिलेटर पर रखा गया। ये ट्यूमर इतना बड़ा था कि इसने हार्ट को दबाकर उसे अपने स्थान से हटा दिया था, साथ ही फेफड़े के साथ श्वास नली पर भी दबाव डाल दिया था। इस जटिल ऑपरेशन के बाद महिला अब स्वस्थ होकर घर लौट चुकी है।