Edited By Parveen Kumar,Updated: 03 Mar, 2025 08:53 PM
रमजान का पवित्र महीना शुरू हो चुका है और इस दौरान सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वाले संदेशों की बाढ़ आ गई है। एक संदेश में मुस्लिमों से अपील की जा रही है कि वे इफ्तार का सामान केवल मुस्लिम दुकानदारों से ही खरीदें और किसी हिंदू दुकान या ठेले से सामान न...
नेशनल डेस्क : रमजान का पवित्र महीना शुरू हो चुका है और इस दौरान सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वाले संदेशों की बाढ़ आ गई है। एक संदेश में मुस्लिमों से अपील की जा रही है कि वे इफ्तार का सामान केवल मुस्लिम दुकानदारों से ही खरीदें और किसी हिंदू दुकान या ठेले से सामान न खरीदें। इस अपील ने भोपाल की सियासत को गरमा दिया है और सोशल मीडिया पर बहस का विषय बन गया है।
यह संदेश मोबाइल और ट्विटर पर वायरल हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है, "इफ्तार का सामान सिर्फ अपने मुस्लिम भाई से खरीदें, ताकि यह लोग आपको नफरत से भरी चीज़ें न खिलाएं।" इसके अलावा, कई लोग सोशल मीडिया पर इस संदेश को फैला रहे हैं। हालांकि, भोपाल में मुस्लिम समाज के लोग इस संदेश को गलत मानते हुए कहते हैं कि वे इन संदेशों पर ध्यान नहीं देंगे और समाज को बांटने की कोशिश करने वालों के मंसूबे सफल नहीं होने देंगे।
कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर इस तरह के संदेशों को लिखा, जैसे इबरार अहमद और तन्वीर ने, जिन्होंने अपने अकाउंट्स पर लिखा कि "रमजान की खरीदारी सिर्फ मुस्लिम दुकानदारों से ही करें"।
बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर हिंदू समाज ने इसे बॉयकॉट किया तो मुस्लिम समाज के लिए मुश्किल हो सकती है। वहीं, कांग्रेस ने भी इस पर चिंता जताई है। कांग्रेस के नेता मुकेश नायक ने कहा कि पिछले कुछ सालों में देश का माहौल इतना खराब हो गया है कि अब लोग अपने-अपने धर्मों से ही खरीदारी करने की बात कर रहे हैं।