Edited By Anu Malhotra,Updated: 21 Jan, 2025 08:11 AM
डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण के तुरंत बाद ट्रंप ने ओवल ऑफिस में कार्यभार संभालते हुए कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए। उनके इन फैसलों ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की नीतियों को पलटने का...
नेशनल डेस्क: डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण के तुरंत बाद ट्रंप ने ओवल ऑफिस में कार्यभार संभालते हुए कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए। उनके इन फैसलों ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की नीतियों को पलटने का संकेत दिया। ट्रंप ने शपथ लेते ही पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका को बाहर करने, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की सदस्यता समाप्त करने, और बाइडेन सरकार के 78 फैसलों को रद्द करने जैसे बड़े कदम उठाए।
ट्रंप के पहले दिन के बड़े फैसले
ओवल ऑफिस पहुंचने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने निम्नलिखित महत्वपूर्ण आदेशों पर हस्ताक्षर किए:
- पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका बाहर – ट्रंप ने पेरिस क्लाइमेट एग्रीमेंट से अमेरिका की सदस्यता खत्म करने की घोषणा की।
- कैपिटल हिल हमले के दोषियों को माफी – 6 जनवरी 2021 को हुए कैपिटल हिल दंगों में शामिल 1500 लोगों को माफी दी गई।
- ड्रग्स कार्टेल पर कार्रवाई – ड्रग्स कार्टेल को आतंकी संगठन घोषित किया जाएगा।
- यूएस-मैक्सिको सीमा पर आपातकाल – दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की गई।
- बाइडेन सरकार के फैसलों को पलटना – 78 नीतियों को रद्द किया गया, जिनमें कई आर्थिक और पर्यावरण संबंधी निर्णय शामिल हैं।
- टिक टॉक पर 75 दिन की मोहलत – अमेरिका में टिक टॉक के संचालन पर 75 दिनों की समय सीमा तय की गई।
- थर्ड जेंडर अमान्य घोषित – अमेरिका में थर्ड जेंडर को मान्यता खत्म कर दी गई।
- इलेक्ट्रिक वाहन अनिवार्यता समाप्त – EV की अनिवार्यता को खत्म कर राष्ट्रीय ऊर्जा आपातकाल घोषित किया गया।
- जन्म आधारित नागरिकता समाप्त – अमेरिका में जन्म से नागरिकता मिलने का नियम समाप्त कर दिया गया।
ट्रंप का बयान
राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने कहा, "हम अमेरिका को फिर से महान बनाएंगे। पिछली सरकार ने कई विनाशकारी फैसले लिए, जो इतिहास में सबसे खराब साबित हुए। आज से हम नई शुरुआत करेंगे और अमेरिका को फिर से मजबूत और स्वतंत्र बनाएंगे।"
डोनाल्ड ट्रंप के ये शुरुआती फैसले न केवल अमेरिकी राजनीति को प्रभावित करेंगे, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी इनका असर देखा जाएगा।