Edited By Anu Malhotra,Updated: 15 Nov, 2024 09:50 AM
डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद सोने और चांदी के दामों में गिरावट देखने को मिल रही है। ट्रंप की जीत के बाद वैश्विक स्तर पर सोने के भाव में करीब 6% की गिरावट दर्ज हुई है, जिससे इसकी कीमत में करीब 4,750 रुपए प्रति 10 ग्राम तक की कमी...
नेशनल डेस्क: डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद सोने और चांदी के दामों में गिरावट देखने को मिल रही है। ट्रंप की जीत के बाद वैश्विक स्तर पर सोने के भाव में करीब 6% की गिरावट दर्ज हुई है, जिससे इसकी कीमत में करीब 4,750 रुपए प्रति 10 ग्राम तक की कमी आई है। वहीं, अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने और बाजार में स्थिरता की उम्मीद ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को आकर्षित किया है। इसका नतीजा यह हुआ कि बिटकॉइन की कीमत अब 93,000 डॉलर यानी लगभग 78.5 लाख रुपए तक पहुंच गई है।
भारत में भी शादियों के मौसम के बावजूद सोने-चांदी के दाम लगातार नीचे जा रहे हैं, जिससे आम उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिली है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लगातार पांच दिन तक गिरावट में रहा और आठ सप्ताह के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। इसका मुख्य कारण अमेरिकी डॉलर की मजबूती और ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी है, जिससे सोने की कीमतों पर दबाव बना रहा है। साथ ही, फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को लेकर जारी अनिश्चितता ने भी सोने की कीमत को प्रभावित किया है। डॉलर इंडेक्स एक साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचकर 106 अंक को पार कर गया है।
दिल्ली में सोने-चांदी का भाव
दिल्ली के सर्राफा बाजार में 22 कैरेट सोना 70,590 रुपए प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोना 76,990 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है, जबकि एक किलो चांदी की कीमत 89,500 रुपए है।
क्रिप्टोकरेंसी में तेजी का दौर
ट्रंप के सत्ता में आने के बाद वैश्विक अनिश्चितता के खत्म होने की उम्मीद और आर्थिक स्थिरता की संभावनाओं ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को बढ़ावा दिया है। हाल के दिनों में विभिन्न क्रिप्टोकरेंसी में उल्लेखनीय उछाल दर्ज की गई है:
बिटकॉइन: 36.7% की वृद्धि
इथेरियम: 32.4% की वृद्धि
डॉजकॉइन: 163.5% की वृद्धि
सोलाना: 36.9% की वृद्धि
एवलांच: 43.2% की वृद्धि
एक्सआरपी: 43.2% की वृद्धि
शिबा इनु: 55.7% की वृद्धि
इस तेजी के चलते निवेशकों का रुझान सोने से हटकर क्रिप्टोकरेंसी की ओर बढ़ता नजर आ रहा है, जबकि सोने-चांदी की कीमतों में आई गिरावट ने इसे आम ग्राहकों के लिए थोड़ी सुलभ बना दिया है।