Edited By Rohini Oberoi,Updated: 27 Feb, 2025 02:22 PM

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय नौसेना ने 25 फरवरी को चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (आईटीआर) से 'नेवल एंटी शिप मिसाइल शॉर्ट रेंज' (एनएएसएम-एसआर) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इस परीक्षण में मिसाइल ने अपनी 'मैन-इन-लूप' क्षमता...
नेशनल डेस्क। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय नौसेना ने 25 फरवरी को चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (आईटीआर) से 'नेवल एंटी शिप मिसाइल शॉर्ट रेंज' (एनएएसएम-एसआर) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इस परीक्षण में मिसाइल ने अपनी 'मैन-इन-लूप' क्षमता को प्रमाणित किया और समुद्र में एक छोटे जहाज को अधिकतम रेंज पर निशाना बनाकर सटीक हिट किया।
डीआरडीओ ने इस सफल परीक्षण की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी। डीआरडीओ ने लिखा, "25 फरवरी 2025 को चांदीपुर के आईटीआर से भारतीय नौसेना और डीआरडीओ ने नेवल एंटी शिप मिसाइल शॉर्ट रेंज (एनएएसएम-एसआर) का सफल परीक्षण किया। इस परीक्षण ने मिसाइल की मैन-इन-लूप क्षमता को साबित किया और यह अधिकतम सीमा पर समुद्र-स्किमिंग मोड में एक छोटे जहाज के लक्ष्य पर सटीक प्रहार करता है।"
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मिसाइल की विशेषता
एनएएसएम-एसआर एक शॉर्ट रेंज एंटी-शिप मिसाइल है जो भारतीय नौसेना के बेड़े में एक महत्वपूर्ण हथियार के रूप में जुड़ने के लिए तैयार है। इसके 'मैन-इन-लूप' फीचर ने इसे बेहद सटीक और प्रभावी बना दिया है। इस विशेषता के कारण मिसाइल के लिए लक्ष्य पर सटीक हमला करना और उसकी रेंज को पूरी तरह से उपयोग में लाना आसान हो जाता है।
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परीक्षण की अहमियत
भारतीय नौसेना के लिए यह परीक्षण एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है क्योंकि इसने यह सिद्ध कर दिया है कि यह मिसाइल दुश्मन की जहाजी ताकत को प्रभावी तरीके से नष्ट कर सकती है। इस परीक्षण में मिसाइल ने समुद्र में एक छोटे जहाज को अपनी अधिकतम रेंज पर निशाना बनाते हुए सीधे प्रहार किया जो इस मिसाइल की सटीकता और प्रभावशाली ताकत को प्रमाणित करता है।
वहीं यह सफल परीक्षण भारतीय नौसेना के लिए एक नई ताकत साबित होगा। इसके बाद भारतीय नौसेना को अपनी समुद्री सुरक्षा को और मजबूत करने में मदद मिलेगी और यह दुश्मन की किसी भी समुद्री ताकत को प्रभावी ढंग से नष्ट करने में सक्षम होगी।