Edited By Rohini Oberoi,Updated: 17 Mar, 2025 11:47 AM

मेरठ के एक सरकारी स्कूल में हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। एक शराबी व्यक्ति स्कूल में घुसकर जमकर हंगामा करने लगा। उसका गुस्सा सिर्फ इस बात पर था कि स्कूल में बच्चों को मिड-डे मील में दलिया नहीं दिया गया।
नेशनल डेस्क। मेरठ के एक सरकारी स्कूल में हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। एक शराबी व्यक्ति स्कूल में घुसकर जमकर हंगामा करने लगा। उसका गुस्सा सिर्फ इस बात पर था कि स्कूल में बच्चों को मिड-डे मील में दलिया नहीं दिया गया।
शराब के नशे में स्कूल में घुसा शख्स
घटना मेरठ के जटौला गांव की है। बबला गुर्जर नाम का यह व्यक्ति शराब के नशे में धुत होकर स्कूल पहुंचा और बिना शर्ट पहने ही क्लास में जा घुसा। वहां उसने बच्चियों को जबरन कक्षा से बाहर निकाल दिया और महिला शिक्षकों से बहस करने लगा। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि उसके हाथ में शराब की बोतल थी और वह स्टाफ को धमका रहा था।
महिला टीचर से बदसलूकी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
स्कूल के स्टाफ और बच्चे इस घटना से डर गए। इस दौरान एक महिला टीचर ने हिम्मत दिखाते हुए पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बबला गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया।
हाथ में टी-शर्ट, पैंट में शराब की बोतल
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि शिवकुमार ने अपनी पैंट में शराब की बोतल रखी हुई थी और हाथ में टी-शर्ट ली हुई थी। वह शिक्षकों के साथ बदसलूकी कर रहा था और गाली-गलौज कर रहा था। इस दौरान स्कूल के स्टाफ ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया।
गांववालों ने पकड़ा, पुलिस के हवाले किया
शिवकुमार की हरकतें देखकर गांव के लोग इकट्ठा हो गए। ग्रामीणों ने उसे पकड़कर काबू में किया और तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

मामला दर्ज, आरोपी जेल में
वहीं स्कूल के एक शिक्षक की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अधिकारियों ने बताया कि शिवकुमार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस घटना के बाद से ग्रामीणों और अभिभावकों में गुस्सा है वे स्कूल में सुरक्षा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
स्कूलों में सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना ने सरकारी स्कूलों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि स्कूलों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं ताकि ऐसी घटनाओं से बच्चों और शिक्षकों को बचाया जा सके।