Edited By Radhika,Updated: 26 Dec, 2024 11:36 AM
करियर की चिंता की वजह से प्रदेश में 20 लाख युवाओं पर डायबिटीज और हाइपरटेशन का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि ये विषय काफी चिंताजनक है। WHO द्वारा करवाए गए स्क्रीनिंग सर्वे में खुलासा हुआ है कि 30 साल से ज़्यादा आयु वर्ग में 20 लाख 6 हजार 26 युवा...
नेशनल डेस्क: करियर की चिंता की वजह से प्रदेश में 20 लाख युवाओं पर डायबिटीज और हाइपरटेशन का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि ये विषय काफी चिंताजनक है। WHO द्वारा करवाए गए स्क्रीनिंग सर्वे में खुलासा हुआ है कि 30 साल से ज़्यादा आयु वर्ग में 20 लाख 6 हजार 26 युवा डायबिटीज आ चुके हैं। इन 20 लाख युवाओं में से केवल 4 लाख 82 हजार 775 ही अपना इलाज करवा रहे हैं। अब एनसीडी ने डाटा आवंटित कर प्रत्येक जिले के CMHO को ऐसे युवाओं को रोगमुक्त करने के लिए फोलोअप सर्वे शुरू किया जा रहा है।
क्या कहते हैं डॉक्टर-
जिला चिकित्सालय के पूर्व पीएमओ और वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. पवन सैनी का मानना है कि युवा सेहत बिगडने की मुख्य वजह शारीरिक श्रम का अभाव, जंक फूड, ज्यादा समय ऑनलाइन रहना है। प्रतियोगी परीक्षा में सफलता या असफलता की फिक्र, पेशेवर फील्ड, बिजनेस या नौकरी में चयन का बढ़ता तनाव भी सेहत पर बुरा प्रभाव डाल रहा है। इससे युवा डायबिटीज और हाइपरटेशन की चपेट में आ रहे हैं।