Edited By Radhika,Updated: 26 Apr, 2025 03:00 PM
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का सीधा असर हवाई यातायात पर पड़ रहा है। अंतर्राष्ट्रीय हवाई क्षेत्र को सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है, जिसके चलते कई उड़ानों में काफी देरी हो रही है।
नेशनल डेस्क : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का सीधा असर हवाई यातायात पर पड़ रहा है। अंतर्राष्ट्रीय हवाई क्षेत्र को सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है, जिसके चलते कई उड़ानों में काफी देरी हो रही है। इस वजह से हवाई यात्रा कर रहे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
दूसरे रूट से उड़ान भरने के कारण लग रहा ज्यादा समय
अंतर्राष्ट्रीय हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण, एयरलाइंस को उड़ानों के लिए वैकल्पिक और लंबे रूट का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। इस कारण यात्रा का समय काफी बढ़ गया है और यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में अधिक समय लग रहा है।
यात्रियों की सुविधा के लिए सरकार की एडवाइजरी
यात्रियों को हो रही इन परेशानियों को देखते हुए, सरकार ने एक विस्तृत एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी का मुख्य उद्देश्य हवाई यात्रियों को होने वाली असुविधा को कम करना और उन्हें आवश्यक जानकारी समय पर उपलब्ध कराना है।

सरकार के मुख्य आदेश:
- देरी की पूर्व सूचना: एयरलाइंस को उड़ानों में हो रही देरी का कारण और संभावित अतिरिक्त समय की जानकारी सभी यात्रियों को पहले ही देनी होगी। यह सूचना चेक-इन काउंटर, बोर्डिंग गेट और जहाँ तक संभव हो, एसएमएस या ईमेल के माध्यम से दी जानी चाहिए।
- लैंडिंग की जानकारी: यदि किसी कारणवश उड़ान को कहीं और लैंड कराया जाता है, तो इसकी सूचना भी सभी यात्रियों को तुरंत दी जानी चाहिए।
- पर्याप्त खानपान: एयरलाइंस को यह सुनिश्चित करना होगा कि उड़ान में यात्रियों की संख्या से अधिक मात्रा में खाने-पीने का सामान उपलब्ध हो। यदि उड़ान में देरी होती है या कहीं रुकती है, तो यात्रियों को भोजन और पानी की कमी महसूस न हो।
- ग्राउंड एम्बुलेंस: आवश्यकता पड़ने पर हवाई अड्डों पर ग्राउंड एम्बुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी।
- मेडिकल किट: उड़ानों में और सामान्य उड़ानों में भी पर्याप्त मेडिकल किट और प्राथमिक चिकित्सा उपकरण मौजूद होने चाहिए, ताकि किसी भी आपात स्थिति में यात्रियों को तत्काल सहायता मिल सके।
- सुविधाओं की जानकारी: यात्रियों को उड़ान में मिलने वाली सभी सुविधाओं के बारे में स्पष्ट रूप से जानकारी देनी होगी।
- कनेक्टिंग फ्लाइट: यदि उड़ान में देरी के कारण किसी यात्री की आगे की कनेक्टिंग फ्लाइट छूट जाती है, तो एयरलाइन की यह जिम्मेदारी होगी कि उस यात्री के आगे की यात्रा की व्यवस्था की जाए।
नियमों का पालन न करने पर कार्रवाई
सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यदि कोई भी एयरलाइन इन नियमों का पालन नहीं करती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह कदम हाल के दिनों में यात्रियों से मिली देरी और असुविधा संबंधी शिकायतों के बाद उठाया गया है। सरकार का लक्ष्य है कि पहलगाम हमले के कारण हवाई यातायात में आ रही बाधाओं के बावजूद यात्रियों को कम से कम परेशानी हो।