Edited By rajesh kumar,Updated: 07 Sep, 2024 12:49 PM
राजस्थान के विभिन्न भागों में शनिवार सुबह से भारी बारिश हो रही है, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और अजमेर में स्कूलों को बंद करने की घोषणा करनी पड़ी है।पिछले 24 घंटों में बांसवाड़ा के लोहारिया में सबसे अधिक 169 मिमी बारिश दर्ज की गई।...
नेशनल डेस्क: राजस्थान के विभिन्न भागों में शनिवार सुबह से भारी बारिश हो रही है, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और अजमेर में स्कूलों को बंद करने की घोषणा करनी पड़ी है।पिछले 24 घंटों में बांसवाड़ा के लोहारिया में सबसे अधिक 169 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा, अजमेर, करौली, कोटा, अलवर और जयपुर में भारी बारिश हुई। भारी बारिश के कारण प्रशासन ने शनिवार को अजमेर के स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है।
पिछले 24 घंटों में यहां करीब 28 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जिसके कारण शहर के विभिन्न हिस्सों में जलभराव की खबरें आई हैं। पिछले 24 घंटों में करौली में 78 मिमी बारिश दर्ज की गई। अलवर में 36 मिमी जबकि जयपुर में 5 मिमी बारिश दर्ज की गई। कोटा में पिछले 24 घंटों में 11.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राजस्थान के उत्तर-पूर्वी हिस्से पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है और बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है।
पांच जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी
उन्होंने बताया कि इन सिस्टमों के प्रभाव से अगले कुछ दिनों तक पूर्वी राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में मानसून सक्रिय रहने की संभावना है। उन्होंने बताया कि शनिवार को उदयपुर, अजमेर, जयपुर संभाग के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने पांच जिलों जयपुर, जयपुर ग्रामीण, बूंदी, दौसा और अजमेर में ‘ऑरेंज अलर्ट’ भी जारी किया है। साथ ही भरतपुर, करौली, बारां, कोटा और झालावाड़ जैसे जिलों में ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है। शर्मा ने बताया कि 9 से 10 सितंबर तक मानसून की गतिविधियां कम हो जाएंगी।
शुक्रवार को बांध के 4 गेट खोले गए
इस बीच, राजस्थान की राजधानी के विभिन्न हिस्सों में जलभराव दर्ज किया गया। शहर के विभिन्न हिस्सों में सड़कों पर भारी ट्रैफिक जाम देखा गया। बीसलपुर के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण शुक्रवार को बांध के 4 गेट खोले गए। शुक्रवार को भी अजमेर, भीलवाड़ा, जयपुर, दौसा और शेखावाटी जिलों समेत कई जगहों पर भारी बारिश हुई। राजधानी के कई इलाकों में शनिवार सुबह 7 बजे से शुरू हुई तेज बारिश करीब 10 बजे तक जारी रही। कई इलाकों में यातायात भी प्रभावित हुआ है। वहीं, महारानी फार्म इलाके में द्रव्यवती नदी का पानी सड़कों पर भर गया है।
जयपुर में खबर लिखे जाने तक सड़कों पर जलभराव के कारण धीमी गति से चलने वाले वाहनों की कतारें देखी गईं। यहां यह बताना जरूरी है कि राज्य में सामान्य से 55 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है। राज्य में आमतौर पर 1 जून से 6 सितंबर तक 395 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस बार 615 मिमी बारिश हुई है। पूर्वी राजस्थान में सामान्य से 41 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई, जबकि पश्चिमी राजस्थान, जिसमें थार रेगिस्तान का एक हिस्सा भी शामिल है, में 81 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई।
जानें कितनी मिमी बारिश दर्ज हुई
अधिकारियों ने बताया कि इस सीजन में पश्चिमी राजस्थान में 255.9 मिमी के मुकाबले 462.3 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य मानसून से 81 प्रतिशत अधिक है। आश्चर्यजनक रूप से, दौसा ने इस सीजन में 123 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की, जो सामान्य 535.1 मिमी के मुकाबले 1191.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसी तरह, जैसलमेर ने इस सीजन में 160 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की, जो सामान्य 160.4 मिमी के मुकाबले 417.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई। सवाई माधोपुर ने सामान्य से 98 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की, जो सामान्य 539.5 मिमी के मुकाबले 1066.7 मिमी बारिश दर्ज की गई। टोंक में भी सामान्य से 90 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई।