Edited By Radhika,Updated: 28 Dec, 2024 02:26 PM
कश्मीर घाटी के अधिकतर इलाकों में हिमपात के कारण शनिवार को सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि बर्फबारी के कारण विमान और रेल परिचालन बाधित हुआ तथा श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग भी बंद करना पड़ा।...
नेशनल डेस्क: कश्मीर घाटी के अधिकतर इलाकों में हिमपात के कारण शनिवार को सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि बर्फबारी के कारण विमान और रेल परिचालन बाधित हुआ तथा श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग भी बंद करना पड़ा। शुक्रवार से कश्मीर में मध्यम से भारी हिमपात दर्ज किया गया, जिसमें श्रीनगर शहर और घाटी के अन्य मैदानी इलाकों में मौसम की पहली बर्फबारी भी शामिल है। दक्षिण कश्मीर के मैदानी इलाकों में अत्यधिक हिमपात हुआ, जबकि मध्य कश्मीर के मैदानी इलाकों में मध्यम बर्फबारी दर्ज की गयी। अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के मैदानी इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हुई। अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर में करीब आठ इंच हिमपात हुआ, जबकि पड़ोसी गांदरबल में करीब सात इंच बर्फ पड़ी।
प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सोनमर्ग में बर्फ की करीब आठ इंच मोटी चादर बिछी नजर आयी। उन्होंने बताया कि श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर लगभग 15 इंच बर्फबारी हुई जबकि अनंतनाग जिले में 17 इंच हिमपात हुआ। पर्यटन नगरी पहलगाम में 18 इंच ताजा बर्फबारी दर्ज की गई। अधिकारियों ने बताया कि पुलवामा जिले में 10-15 इंच बर्फबारी दर्ज की गई, जबकि पड़ोसी कुलगाम में 18-25 इंच और शोपियां में लगभग 18 इंच हिमपात देखा गया। हिमपात से स्थानीय लोग और पर्यटकों तो खुश दिखे, लेकिन इससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हो गया। यातायात विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बर्फबारी के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-44) यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि भारी हिमपात के कारण नवयुग सुरंग में बर्फ हटाने का काम बाधित हो रहा है। अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे मौसम में सुधार होने और सड़क साफ होने तक गैरजरूरी यात्रा न करें।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पटरियों पर भारी बर्फ जमा होने के कारण बनिहाल-बारामूला खंड पर ट्रेन सेवाएं स्थगित कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि पटरियों से बर्फ हटाने के प्रयास जारी हैं। हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बताया कि बर्फबारी से हवाई अड्डे पर विमान परिचालन स्थगित हो जाने के कारण श्रीनगर से आने-जाने वाली उड़ानों पर भी असर पड़ा है।
अधिकारियों ने बताया, "खराब मौसम के कारण श्रीनगर हवाई अड्डे पर सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। सुबह से हवाई अड्डे पर कोई भी उड़ान परिचालन नहीं हो सका।" हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बताया कि बर्फ हटाने का काम जारी है, रनवे साफ हो गया है और मौसम में सुधार होने के बाद ही परिचालन फिर से शुरू हो सकता है। शुक्रवार शाम से हवाई अड्डे पर उड़ान परिचालन प्रभावित है। अधिकारियों ने बताया कि बर्फबारी के कारण घाटी के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "कश्मीर क्षेत्र में 33 केवी स्तर पर 41 फीडर और 11 केवी स्तर पर 739 फीडर बंद हैं। 132 केवी या 220 केवी स्तर पर कोई भी फीडर बंद नहीं है। मरम्मत का काम हो है और आज शाम तक 90 % से अधिक फीडर चालू होने की उम्मीद है। मैं स्थिति पर नज़र रखने के लिए पीडीडी टीम के साथ नियमित संपर्क में हूं।" लगातार हिमपात के बाद जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है, जिससे छोटे और बड़े सहित करीब 200 वाहन मार्ग पर फंस गए हैं। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, "जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग बंद है। नवयुग सुरंग क्षेत्र में भारी बर्फबारी के कारण बर्फ हटाने का काम बाधित हो रहा है।
राजमार्ग से बर्फ हटाने के लिए लोग काम कर रहे हैं और मशीनों की मदद ली जा रही है।" अधिकारियों ने बताया कि राजमार्ग बंद होने के कारण यातायात अधिकारी नगरोटा और उधमपुर से कश्मीर जाने वाले वाहनों को अनुमति नहीं दे रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू क्षेत्र के पुंछ जिले से कश्मीर घाटी को जोड़ने वाला मुगल रोड को भी बर्फ जमा होने के कारण बंद कर दिया गया है। इसी तरह किश्तवाड़ में सिंथन दर्रे को भी लगातार हिमपात के कारण वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है।