Edited By Utsav Singh,Updated: 19 Jun, 2024 05:03 PM
भीषण गर्मी और झुलसाती हवाओं से मुहाल राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की अधिकतम मांग बुधवार दोपहर को 8,656 मेगावाट के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।
नई दिल्ली : भीषण गर्मी और झुलसाती हवाओं से मुहाल राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की अधिकतम मांग बुधवार दोपहर को 8,656 मेगावाट के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। बिजली वितरण कंपनियों ने यह जानकारी दी। एक दिन पहले मंगलवार को दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग 8,747 मेगावाट रही थी जो इसका पिछला उच्चतम स्तर है। बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) के अधिकारियों ने बताया कि इस साल 22 मई से अबतक दिल्ली में अधिकतम बिजली मांग नौ बार 8,000 मेगावाट से अधिक रही है। शहर में बिजली की अधिकतम मांग 22 मई, 2024 को पहली बार 8,000 मेगावाट के पार पहुंची थी।
भीषण गर्मी का दौर बिजली मांग को बढ़ाता जा रहा
दिल्ली में बिजली की मांग का आंकड़ा दर्ज करने वाले स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) के मुताबिक, भीषण गर्मी का दौर राजधानी की बिजली मांग को लगातार बढ़ाता जा रहा है। बिजली मांग बुधवार दोपहर तीन बजकर छह मिनट पर 8,656 मेगावाट तक पहुंच गई। मौसम विभाग ने कहा कि मंगलवार को दिल्ली के निवासियों को पिछले 12 साल की सबसे गर्म रात का सामना करना पड़ा। मंगलवार रात को न्यूनतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से आठ डिग्री सेल्सियस अधिक है।
दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री...
वहीं दिन का अधिकतम तापमान भी 44 डिग्री सेल्सियस के करीब रहने का अनुमान है जो सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक है। दिल्ली में अधिकतम तापमान पिछले कई दिन से लगातार 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। भीषण गर्मी के बीच एयर कंडीशनर और कूलर का इस्तेमाल बढ़ने से राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की मांग में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है।
एक डिस्कॉम कंपनी के अधिकारी ने कहा, ‘‘भीषण गर्मी में लोग एयर कंडीशनर और ठंडक देने वाले अन्य उपकरणों का अधिक इस्तेमाल किया जिससे बिजली की मांग बढ़ गई। अनुमान है कि घरेलू और वाणिज्यिक बिजली खपत में एयर कंडीशनिंग का हिस्सा 30-50 प्रतिशत तक हो सकता है।''