Edited By Harman Kaur,Updated: 13 Mar, 2025 02:26 PM

दवाइयां हमारी सेहत को बचाती हैं और जीवन को सुरक्षित रखती हैं, लेकिन इन दवाइयों की कीमत बहुत अधिक हो सकती है, जिससे आम आदमी पर आर्थिक दबाव बनता है। खासकर, दवाइयों पर होने वाला खर्च अधिकांश लोगों के लिए एक बड़ा बोझ बन जाता है। इस समस्या को हल करने के...
नेशनल डेस्क: दवाइयां हमारी सेहत को बचाती हैं और जीवन को सुरक्षित रखती हैं, लेकिन इन दवाइयों की कीमत बहुत अधिक हो सकती है, जिससे आम आदमी पर आर्थिक दबाव बनता है। खासकर, दवाइयों पर होने वाला खर्च अधिकांश लोगों के लिए एक बड़ा बोझ बन जाता है। इस समस्या को हल करने के लिए सरकार ने कई योजनाओं की शुरुआत की है, जिससे नागरिकों को सस्ती और मुफ्त दवाइयां मिल सकें।
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी नागरिक इलाज से वंचित न रहे। इसके लिए सार्वजनिक अस्पतालों में मुफ्त दवाइयां दी जाती हैं। इसके अलावा, 1.7 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के माध्यम से भी दवाइयां वितरित की जा रही हैं। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना (AB PMJAY) के तहत, 55 करोड़ से अधिक लोग मुफ्त अस्पताल में भर्ती होने की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। इस योजना में सभी जरूरी दवाइयां भी मुफ्त दी जाती हैं। इसके साथ ही, सरकार ने कई आवश्यक दवाइयों की कीमतें भी नियंत्रित कर दी हैं ताकि आम लोग इनका आसानी से इस्तेमाल कर सकें।
जन औषधि केंद्रों पर दवाइयां 50% से 90% तक कम कीमतों में मिलती हैं। यह दवाइयां मुख्य रूप से जेनेरिक दवाइयां होती हैं, जो ब्रांडेड दवाइयों की तुलना में काफी सस्ती होती हैं, लेकिन इनकी गुणवत्ता समान रहती है। यह केंद्र सरकार के जन औषधि परियोजना के तहत काम कर रहे हैं और इनका मुख्य उद्देश्य आम जनता को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाइयां उपलब्ध कराना है। जेनेरिक दवाइयों के उत्पादन में ब्रांडेड दवाइयों की तुलना में कम खर्च आता है और इसका लाभ सीधे उपभोक्ताओं को मिलता है।
जन औषधि केंद्रों पर मिलने वाली दवाइयां:-
सस्ती कीमतें: ब्रांडेड दवाइयों की तुलना में इन दवाइयों की कीमत 50% से 90% कम होती है।
गुणवत्ता: ये दवाइयां फार्मास्युटिकल्स के केंद्रीय मानकों के तहत बनाई जाती हैं, जिससे इनकी गुणवत्ता उच्च रहती है।
विविधता: जन औषधि केंद्रों पर सभी प्रकार की दवाइयां उपलब्ध होती हैं – जैसे दर्द निवारक, रक्तचाप की दवाइयां, डायबिटीज की दवाइयां, एंटीबायोटिक्स, आदि।
जन औषधि केंद्रों का महत्व
जन औषधि केंद्रों का उद्देश्य लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाइयां उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत देशभर में कई जन औषधि केंद्र खोले गए हैं, जो लोगों को दवाइयां कम कीमत पर मुहैया कराते हैं। इससे न केवल इलाज सस्ता होता है, बल्कि यह स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को भी आसान बनाता है। इस प्रकार, सरकार की यह पहल स्वास्थ्य सेवाओं को सभी तक पहुंचाने और दवाइयों की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए एक अहम कदम है, जिससे हर नागरिक को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।