Edited By Anu Malhotra,Updated: 21 Jan, 2025 07:58 AM
ताइवान में एक बार फिर धरती कांप उठी। भारतीय समयानुसार 21 जनवरी, मंगलवार को सुबह करीब 1:30 बजे ताइवान के दक्षिणी हिस्से में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण विभाग (USGS) ने इस भूकंप की पुष्टि की और बताया कि इसकी तीव्रता...
नेशनल डेस्क: ताइवान में एक बार फिर धरती कांप उठी। भारतीय समयानुसार 21 जनवरी, मंगलवार को सुबह करीब 1:30 बजे ताइवान के दक्षिणी हिस्से में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण विभाग (USGS) ने इस भूकंप की पुष्टि की और बताया कि इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.4 थी। भूकंप से 15 लोग घायल हो गए, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है।
भूकंप का केंद्र और प्रभाव
भूकंप का केंद्र ताइवान के युजिंग शहर से 12 किलोमीटर उत्तर में था। ताइवान अग्निशमन विभाग के अनुसार, घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ताइनान शहर के नानक्सी जिले में एक ध्वस्त मकान से 6 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। इसके अलावा, भूकंप के असर से स्टेट हाईवे पर बना झूवेई पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। हालांकि, राहत की बात यह है कि किसी के जान जाने की खबर नहीं है।
ताइवान में पहले भी मच चुकी है तबाही
ताइवान में भूकंप कोई नई बात नहीं है। अप्रैल 2023 में हुआलियन शहर में 7.4 तीव्रता के भूकंप ने 13 लोगों की जान ली थी और एक हजार से अधिक लोग घायल हुए थे। साल 2016 में आए एक भूकंप में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी, जबकि 1999 में 7.3 तीव्रता के भूकंप ने लगभग 2000 लोगों की जान ली थी। ताइवान का भौगोलिक स्थान इसे भूकंप के सबसे संवेदनशील जोन में रखता है क्योंकि यह दो टेक्टोनिक प्लेटों के बीच स्थित है।
तिब्बत में भी आई थी तबाही
इससे पहले, 7 जनवरी को तिब्बत में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसने शिगात्से शहर को मलबे के ढेर में बदल दिया। इस भूकंप में 130 लोग मारे गए थे। ताइवान और अन्य भूकंप-संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोग हमेशा अलर्ट पर रहते हैं। वहां की सरकारें समय-समय पर लोगों को तैयार रहने और सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह देती हैं।