Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 31 Mar, 2025 09:27 PM

दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में अगले 24 घंटे में 7 तीव्रता तक के भूकंप आने की भविष्यवाणी से लोगों में डर का माहौल बन गया। यह दावा विकास जियोसेसिंग प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर विकास कुमार ने किया था। हालांकि, राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS)...
नेशनल डेस्क: दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में अगले 24 घंटे में 7 तीव्रता तक के भूकंप आने की भविष्यवाणी से लोगों में डर का माहौल बन गया। यह दावा विकास जियोसेसिंग प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर विकास कुमार ने किया था। हालांकि, राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) ने इस दावे को पूरी तरह से निराधार बताया है और लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें।
भूकंप की भविष्यवाणी का दावा
विकास कुमार ने अपने बयान में कहा कि उनकी भूकंप पूर्व चेतावनी प्रणाली (ANDSS) के जरिए दिल्ली और नेपाल बॉर्डर पर भूकंप के सिग्नल मिले हैं। उनके अनुसार: दिल्ली से 100 किलोमीटर दूर उत्तर-दक्षिण दिशा में 3 से 5 तीव्रता का भूकंप आ सकता है। नेपाल बॉर्डर क्षेत्र में 5 से 7 तीव्रता का भूकंप आने की संभावना है। यह भूकंप अगले 24 घंटे में आ सकता है। विकास कुमार ने यह भी बताया कि उनके दिल्ली स्थित गणेश नगर, पांडव नगर में लगे उपकरणों ने यह चेतावनी दी है। उन्होंने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी।
NCS ने किया दावे का खंडन
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) ने इस भविष्यवाणी को पूरी तरह से आधारहीन बताया है। NCS के डायरेक्टर ओपी मिश्रा ने स्पष्ट किया कि विकास कुमार ने यह दावा अपने स्तर पर किया है और इसके लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
NCS का बयान:
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विकास कुमार के दावे में कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।
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उन्होंने अपने नोटिस में 20 डिग्री और 45 डिग्री का जिक्र किया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि यह अक्षांश है या देशांतर।
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भूकंप की सटीक भविष्यवाणी वर्तमान तकनीक से संभव नहीं है।
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इससे पहले भी विकास कुमार इस तरह की भ्रामक जानकारी दे चुके हैं, जिससे बेवजह पैनिक फैलता है।
भूकंप की भविष्यवाणी संभव नहीं
वर्तमान में विज्ञान इतना विकसित नहीं हुआ है कि भूकंप की सटीक भविष्यवाणी की जा सके। हालांकि, कुछ भूकंप पूर्व चेतावनी सिस्टम (Earthquake Early Warning Systems) विकसित किए गए हैं, लेकिन वे भी सिर्फ कुछ सेकंड या मिनट पहले चेतावनी देने में सक्षम हैं। NCS और दुनिया के अन्य प्रमुख भूकंप अनुसंधान केंद्रों के अनुसार, किसी स्थान पर कब, कितनी तीव्रता और किस समय भूकंप आएगा, यह पहले से नहीं बताया जा सकता।
दिल्ली-एनसीआर में भूकंप का खतरा?
दिल्ली और आसपास के इलाके भूकंप के लिहाज से सेंसेटिव जोन में आते हैं। हाल के वर्षों में हल्के झटके महसूस किए गए हैं, लेकिन बड़े भूकंप की कोई पुख्ता चेतावनी नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि बिल्डिंग कोड का पालन, मजबूत निर्माण और जागरूकता ही भूकंप के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।
क्या करें, क्या न करें?
अगर भूकंप आता है, तो घबराने की बजाय कुछ जरूरी सावधानियां बरतें:
खुले स्थान पर जाएं और ऊंची इमारतों से दूर रहें।
टेबल, बेड या मजबूत फर्नीचर के नीचे छिप जाएं।
लिफ्ट का इस्तेमाल न करें, सीढ़ियों से बाहर निकलें।
बिजली, गैस और पानी की सप्लाई बंद कर दें।
सोशल मीडिया पर अफवाहें न फैलाएं।