Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 24 Feb, 2025 01:21 PM

दिल्ली में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इस बार भूकंप का केंद्र दक्षिणी पूर्वी दिल्ली था। यह घटना सात दिन में तीसरी बार हुई है जब दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके लगे हैं। पिछले कुछ दिनों में इस क्षेत्र में लगातार भूकंप की हलचल ने लोगों...
नेशनल डेस्क: दिल्ली में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इस बार भूकंप का केंद्र दक्षिणी पूर्वी दिल्ली था। यह घटना सात दिन में तीसरी बार हुई है जब दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके लगे हैं। पिछले कुछ दिनों में इस क्षेत्र में लगातार भूकंप की हलचल ने लोगों में चिंता का माहौल बना दिया है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, सोमवार सुबह 11:46 बजे दिल्ली में हल्के दर्जे का भूकंप आया। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.2 दर्ज की गई, जिसे आमतौर पर लोग महसूस नहीं करते। भूकंप का केंद्र दक्षिणी पूर्वी दिल्ली में था और यह जमीन से करीब 10 किलोमीटर की गहराई पर आया था। चूंकि भूकंप की तीव्रता बहुत कम थी, इसलिए किसी प्रकार का नुकसान होने की संभावना नहीं थी। हालांकि, यह घटना लोगों को फिर से भूकंप के प्रति जागरूक करने वाली है।
पिछले भूकंपों का हाल
दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ दिनों में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। एक दिन पहले ही गाजियाबाद में हल्के दर्जे का भूकंप आया था, जिसका असर ज्यादा महसूस नहीं हुआ। वहीं, पिछले सोमवार को धौला कुआं के पास आए 4.0 तीव्रता वाले भूकंप ने पूरे एनसीआर को हिलाकर रख दिया था। यह भूकंप सुबह करीब 5:36 बजे आया था और इसने दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में जमीन को तेजी से हिला दिया। इस भूकंप से अधिकतर लोग जाग गए थे और घरों से बाहर निकल आए थे।
भूकंप के बाद की स्थिति
इन भूकंपों के बाद अब तक किसी प्रकार के बड़े नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन भूकंप के झटकों ने लोगों को चिंतित किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में भूकंपों का आना एक सामान्य बात हो सकती है, लेकिन लगातार भूकंपों का आना एक चेतावनी हो सकती है। हालांकि, इन भूकंपों की तीव्रता बहुत कम रही है, फिर भी लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
दिल्ली में भूकंप की बढ़ती घटनाओं के कारण
दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में भूकंपों की बढ़ती घटनाओं के कई कारण हो सकते हैं। सबसे बड़ा कारण इस क्षेत्र में भूकंपीय गतिविधियों की स्थिति है। यहां पर कई सक्रिय भूकंपीय क्षेत्र हैं, जो भूकंपों का कारण बन सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, दिल्ली में भूकंपों का आना कोई बड़ी चिंता की बात नहीं है, लेकिन अगर भविष्य में भूकंप की तीव्रता अधिक होती है तो यह खतरे की बात हो सकती है।
क्या करें जब भूकंप आए
यदि भविष्य में भूकंप के झटके महसूस हों, तो विशेषज्ञों का कहना है कि हमें तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाना चाहिए। भूकंप के दौरान घर में छिपने या घर के अंदर सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी जाती है। साथ ही, बाहर निकलते समय सीढ़ियों का उपयोग न करें और लिफ्ट से बचें। इसके अलावा, अगर आप वाहन में हैं, तो इसे एक सुरक्षित स्थान पर रोक कर इंतजार करें।