Edited By Anu Malhotra,Updated: 28 Mar, 2025 03:53 PM

म्यांमार में शुक्रवार को भूकंप के शक्तिशाली झटके महसूस किये गये, जिसके कारण मांडले में एक मस्जिद के ढहने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गयी। स्थानीय मीडिया आउटलेट ‘खित थित' ने यह जानकारी दी। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने बताया कि म्यांमार के...
नेशनल डेस्क: म्यांमार में शुक्रवार को भूकंप के शक्तिशाली झटके महसूस किये गये, जिसके कारण मांडले में एक मस्जिद के ढहने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गयी। स्थानीय मीडिया आउटलेट ‘खित थित' ने यह जानकारी दी। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने बताया कि म्यांमार के सागाइंग से 16 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में आये इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.7 आंकी गयी। भूकंप का केंद्र 22.01 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 95.92 डिग्री पूर्वी देशांतर पर सतह से 10.0 किलोमीटर की गहराई में था।
भूकंप के कारण मांडले पैलेस के किले सहित कुछ इमारतों को काफी नुकसान हुआ। मांडले क्षेत्र में कई संरचनाएं ढह गयीं, जबकि मांडले और यांगून को जोड़ने वाली कई सड़कें क्षतिग्रस्त या अवरुद्ध हो गयीं, जिससे परिवहन बाधित हुआ।
यांगून में शिन्हुआ के संवाददाताओं ने बताया कि राजधानी ने पी ताव और सबसे बड़े शहर यांगून में भूकंप के झटके महसूस किये गये। ने पी ताव में कुछ स्कूल और कार्यालय भवन भी ढह गये। म्यांमार अग्निशमन सेवा विभाग ने बताया कि बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है। भूकंप के बाद लाओस की राजधानी वियनतियाने, थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक और वियतनाम की राजधानी हनोई में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किये गये। थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनावात्रा ने भूकंप के बाद बैंकॉक में आपातकाल की घोषणा कर दी।
थाईलैंड की राजधानी में निर्माणाधीन 30 मंजिला इमारत ढह गयी, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गयी और 43 अन्य लापता हो गये। वियनतियाने में तीन मंजिलों से ऊंची इमारतों में जबरदस्त कंपन महसूस किया गया।
कई चश्मदीदों ने बताया कि भूकंप के समय हालात बहुत भयावह थे और लोग अपनी जान बचाने के लिए इमारतों से बाहर दौड़े। रिपोर्ट के अनुसार, बैंकॉक की एक निवासी ने बताया कि जब भूकंप आया, तो वह अपने घर में खाना बना रही थीं। पहले झटके को महसूस करते हुए वह घबराई और उन्हें समझ नहीं आया कि अचानक यह क्या हो रहा है।
महिला ने आगे बताया कि भूकंप की वजह से उनके अपार्टमेंट की दीवारों में दरारें आ गईं, स्विमिंग पूल का पानी बाहर निकल गया और चारों ओर लोगों की चीखें सुनाई दे रही थीं। उन्होंने बताया कि जैसे ही भूकंप का पहला झटका महसूस हुआ, वे और इमारत के अन्य लोग भागकर सड़क पर आ गए। वे सभी यह समझने की कोशिश कर रहे थे कि यह क्या हो रहा है। महिला का कहना था कि बैंकॉक की इमारतें भूकंप से सुरक्षित नहीं होतीं, इसलिए भूकंप से इतना नुकसान हुआ।
पजामे में ही बाहर की ओर दौड़ा
एक न्यूज एजेंसी से एक अन्य चश्मदीद ने बताया कि भूकंप के झटकों से उनकी नींद टूट गई और वह तुरंत पजामे में ही बाहर भागे। उन्होंने कहा, "जैसे ही मेरी नींद खुली, मैंने जितना जल्दी हो सका, पजामे में ही बाहर की ओर दौड़ा।" भूकंप के बाद का माहौल भयावह था और कई लोग अपनी जान की सलामती के लिए इमारतों से बाहर निकलने के प्रयास में थे। अधिकारियों का कहना है कि भूकंप से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है और राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं।