Edited By Harman Kaur,Updated: 13 Mar, 2025 11:58 AM

आज सुबह एक बार फिर भूकंप के झटकों से धरती कांप गई। भारत और ताइवान में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भारत के गुजरात राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित अमरेली शहर में लोग भूकंप के झटकों से डर गए। ताइवान में भी 5.2 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे लोग...
नेशनल डेस्क: आज सुबह एक बार फिर भूकंप के झटकों से धरती कांप गई। भारत और ताइवान में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भारत के गुजरात राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित अमरेली शहर में लोग भूकंप के झटकों से डर गए। ताइवान में भी 5.2 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे लोग परेशान हो गए।
घरों से बाहर भागने लगे लोग
गुजरात के सौराष्ट्र में आज सुबह भूकंप आया, जिससे अमरेली शहर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। यह झटका इतना तीव्र था कि लोग अपने घरों से बाहर भागने लगे। हालांकि, अब तक इस भूकंप से किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
ताइवान में 5.2 की तीव्रता
ताइवान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.2 मापी गई। भूकंप का केंद्र ताइवान के हुआलियन शहर से लगभग 96 किलोमीटर दक्षिण में था। इस भूकंप के कारण ताइवान के लोगों में दहशत फैल गई है, हालांकि, अभी तक इस से कोई बड़ा नुकसान होने की जानकारी नहीं मिली है।
बीतें दिनों ही गुजरात में महसूस किए गए थे भूकंप के झटके
वहीं, बीते मंगलवार को गुजरात के कच्छ जिले में 2 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप अनुसंधान संस्थान (आईएसआर) के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 3.0 और 2.8 थी। हालांकि, जिला प्रशासन ने बताया कि इस घटना में किसी भी प्रकार की हानि या हताहत होने की कोई सूचना नहीं मिली है। भूकंप के पहले झटके की तीव्रता 2.8 थी, जो सुबह 11 बजकर 11 मिनट पर महसूस किया गया। इसका केंद्र कच्छ जिले के भचाऊ क्षेत्र से उत्तर-उत्तर-पूर्व दिशा में था। इसके ठीक एक मिनट बाद, यानी 11:12 बजे, 3.0 तीव्रता का भूकंप महसूस हुआ, जिसका केंद्र रापर से 16 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम दिशा में था। कच्छ जिला भूकंप के लिहाज से अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है और यहां पहले भी भूकंप के झटके आते रहे हैं।
बड़े भूकंप में गई थी 13,800 लोगों की जान
कच्छ जिले में 2001 में एक बड़ा भूकंप आया था, जिसमें करीब 13,800 लोगों की जान चली गई थी और लगभग 1.67 लाख लोग घायल हुए थे। उस समय जिले के कई कस्बों और गांवों में भारी संपत्ति का नुकसान हुआ था।