Edited By Seema Sharma,Updated: 10 Mar, 2022 08:07 AM
चुनावी परिणाम आने से पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) पर समाजवादी पार्टी द्वारा लगाए गए आरोपों पर मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) सुशील चंद्रा का बड़ा बयान आया है। सुशील चंद्रा ने कहा कि EVM से छेड़छाड़ का कोई सवाल ही नहीं है।
नेशनल डेस्क: चुनावी परिणाम आने से पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) पर समाजवादी पार्टी द्वारा लगाए गए आरोपों पर मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) सुशील चंद्रा का बड़ा बयान आया है। सुशील चंद्रा ने कहा कि EVM से छेड़छाड़ का कोई सवाल ही नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत के चुनाव आयोग ने हमेशा पारदर्शिता बनाए रखी है। सुशील चंद्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी ने SDM वाराणसी को निलंबित कर दिया है क्योंकि उन्होंने राजनीतिक दलों को प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए EVM की आवाजाही के बारे में सूचित करने के लिए प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया।
EVM से छेड़छाड़ का सवाल ही नहीं
CEC ने कहा कि EVM से छेड़छाड़ का कोई सवाल ही नहीं है। साल 2004 से लगातार EVM का इस्तेमाल किया जा रहा है। साल 2019 में हर मतदान केंद्र पर वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) शुरू किया, उन्हें देखने के बाद ही राजनीतिक दलों के एजेंटों की मौजूदगी में EVM को सील किया जाता है और उनके हस्ताक्षर लिए जाते हैं। हमारे साइड स्ट्रांग रूम में चौबीसों घंटे निगरानी के लिए CCTV कैमरे लगे हैं।
राजनीतिक दलों के एजेंट भी स्ट्रांग रूम पर नजर रखते हैं, इसलिए ईवीएम से किसी तरह की छेड़छाड़ का सवाल ही नहीं उठता और न ही किसी ईवीएम को स्ट्रांग रूम से बाहर निकाला जा सकता है। साथ ही चंद्रा ने कहा कि हर ईवीएम का कोई न कोई नंबर होता है. जब एक राजनीतिक दल के लोगों ने सवाल उठाया तो हमने उन्हें ईवीएम का नंबर दिखाया, जो चुनाव के लिए बने ईवीएम नंबर से मेल नहीं खाता था। CEC ने कहा कि चुनावों में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई है।