Edited By Mahima,Updated: 10 Mar, 2025 10:07 AM

10 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के घर पर छापा मारा। यह कार्रवाई शराब घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों में की गई। ED ने 14 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की। भूपेश बघेल पर महादेव सट्टा ऐप और कोल लेवी घोटाले के...
नेशनल डेस्क: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 10 मार्च, 2025 को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के भिलाई स्थित घर पर छापा मारा। यह छापेमारी शराब घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक बड़े मामले में की गई है। इस कार्रवाई के दौरान ED ने छत्तीसगढ़ के कुल 14 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की है। इन स्थानों में भूपेश बघेल के परिवार के सदस्यों के आवास, उनके करीबी सहयोगियों और व्यापारिक स्थानों को भी शामिल किया गया है।
इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ में हुए बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच करना है, जिसमें कथित तौर पर करीब 2161 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई है। यह घोटाला तब सामने आया था जब भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री थे। शराब घोटाले में कई अधिकारियों और एक पूर्व मंत्री की गिरफ्तारी हो चुकी है। ED इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की भी जांच कर रहा है। जानकारी के अनुसार, यह घोटाला शराब की सरकारी बिक्री और वितरण में गड़बड़ी से जुड़ा हुआ है, जिसमें वित्तीय अनियमितताएँ और बड़े पैमाने पर धन का हेरफेर हुआ।
भूपेश बघेल पर इसके अलावा भी कई अन्य गंभीर आरोप लगे हैं, जिनमें महादेव सट्टा ऐप और कोल लेवी स्कैम शामिल हैं। कोल लेवी घोटाला करीब 570 करोड़ रुपये का बताया जाता है। इस घोटाले में भूपेश बघेल और उनके करीबी सहयोगियों पर आरोप हैं कि उन्होंने कोल की खनन प्रक्रिया में घोटाला किया और अवैध तरीके से भारी धनराशि जुटाई। इसके कारण भूपेश बघेल को पिछले लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था, हालांकि वे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में लगातार सक्रिय रहे थे। 2023 में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद वे पार्टी के महासचिव बन गए हैं।
तीन साल पहले हुई थी शादी
चैतन्य बघेल, जो भूपेश बघेल के बेटे हैं, रियल एस्टेट के कारोबार में सक्रिय हैं और इस क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। इसके साथ ही वे कृषि के प्रति भी रुचि रखते हैं, और अक्सर खेतों में काम करते हुए उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर आती रहती हैं। चैतन्य की शादी तीन साल पहले हुई थी और उनकी पत्नी ख्याति भी एक किसान परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनका व्यक्तिगत जीवन सादगीपूर्ण है और वे पारिवारिक मूल्यों में विश्वास रखते हैं। ED द्वारा की गई इस छापेमारी के बाद अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या भूपेश बघेल और उनके परिवार के सदस्य इस आरोप से मुक्त हो पाएंगे, या उन्हें कानून के समक्ष जवाब देना होगा। इस कार्रवाई से छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मच गई है, और कांग्रेस पार्टी के भीतर भी उहापोह की स्थिति पैदा हो गई है।