Edited By Mahima,Updated: 24 Dec, 2024 10:34 AM
भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी का असर बढ़ता जा रहा है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी से पहाड़ सफेद चादर से ढक गए हैं। मनाली, औली, केदारनाथ और कश्मीर जैसे स्थान पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने हैं। हालांकि,...
नेशनल डेस्क: भारत के पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी ने इस मौसम को और भी खास बना दिया है। लंबी प्रतीक्षा के बाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, और जम्मू-कश्मीर के पहाड़ों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है, और इन इलाकों में ठंड का जोरदार असर देखने को मिल रहा है। जहां एक तरफ बर्फबारी से स्थानीय जीवन प्रभावित हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ पर्यटक इन सफेद वादियों का लुत्फ उठाने के लिए इन इलाकों की ओर खिंचे चले आ रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी का असर
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण सर्दी ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। मनाली, कुल्लू, रोहतांग, और आसपास के ऊंचाई वाले इलाकों में जबरदस्त बर्फबारी हो रही है, जिससे इन क्षेत्रों का दृश्य पूरी तरह बदल गया है। इन इलाकों में हुई बर्फबारी ने जहां पर्यटकों के लिए शानदार अवसर प्रदान किया है, वहीं इसने स्थानीय प्रशासन और आम लोगों के लिए कुछ चुनौतियां भी उत्पन्न की हैं। मनाली और केलांग मार्ग पर बर्फबारी के कारण वाहनों की आवाजाही को अस्थाई रूप से बंद करना पड़ा। इस बर्फबारी के कारण अटल टनल के रास्ते पर लगभग 1000 गाड़ियां फंस गईं, जिनका रेस्क्यू किया गया। हिमाचल प्रशासन ने अपनी तत्परता दिखाई और रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को सुरक्षित बाहर निकाला। बावजूद इसके, बर्फबारी से यातायात प्रभावित होने के कारण क्षेत्र के कुछ हिस्सों में आने-जाने में कठिनाई आई।
उत्तराखंड में भी बर्फबारी की शुरुआत
उत्तराखंड में भी बर्फबारी का प्रभाव दिखने लगा है, और कई ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ की चादर जम चुकी है। औली, उत्तरकाशी, चकराता, बद्रीनाथ, और केदारनाथ जैसे स्थानों पर बर्फबारी हो रही है। हालांकि, हिमाचल की तुलना में उत्तराखंड में बर्फबारी की तीव्रता थोड़ी कम है, लेकिन फिर भी ये इलाक़े पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गए हैं। केदारनाथ धाम में इस सीजन की दूसरी बर्फबारी हो चुकी है, और बर्फबारी का सिलसिला लगातार जारी है। अभी तक इस स्थान पर एक फीट से अधिक बर्फ गिर चुकी है। बर्फबारी के कारण केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों में भी कुछ रुकावटें आई हैं, क्योंकि निर्माण सामग्री और श्रमिकों तक पहुंचने में मुश्किलें आ रही हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आगामी क्रिसमस और न्यू ईयर के दौरान इन इलाकों में और भी कड़ी ठंड पड़ सकती है। यह मौसम पर्वतीय क्षेत्रों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन साथ ही साथ, यह पर्यटकों के लिए एक शानदार अवसर भी प्रस्तुत करता है, क्योंकि वे बर्फबारी के बीच प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए इन स्थानों पर पहुंच रहे हैं।
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औली का बर्फीला नजारा
उत्तराखंड का औली फिर से बर्फबारी के कारण पर्यटकों का ध्यान आकर्षित कर रहा है। औली, जो कि भारत के प्रमुख स्की रिजॉर्ट्स में से एक है, इस बार बर्फ की सफेद चादर में लिपटा हुआ है। यहां आधा फीट से ज्यादा बर्फ गिर चुकी है, और पूरा इलाका बर्फ की सफेद चादर से ढका हुआ है, जिससे इलाके की खूबसूरती में चार चांद लग गए हैं। औली के इस दृश्य को देखकर पर्यटक इस मौसम का आनंद ले रहे हैं, और कई होटल व्यवसायी भी इस सीजन में काफी खुश नजर आ रहे हैं। औली का बर्फीला दृश्य, बर्फ से ढके पेड़-पौधे, रास्ते और घर, इन सभी ने मिलकर एक जादुई माहौल बना दिया है। बर्फबारी के कारण यहां के होटल और रिसॉर्ट्स में पर्यटकों की भीड़ बढ़ गई है। क्रिसमस और न्यू ईयर के आसपास यहां विशेष रूप से पर्यटकों का आगमन हुआ है, क्योंकि इस मौसम में बर्फबारी की वजह से ये स्थान पूरी तरह से जादुई दिख रहे हैं। यह बर्फबारी स्थानीय होटल व्यवसायियों के लिए भी अच्छी खबर साबित हो रही है, क्योंकि इन दिनों में औली में पर्यटन चरम पर है।
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जम्मू-कश्मीर में भी बर्फबारी की शुरूआत
जम्मू-कश्मीर में भी बर्फबारी का सिलसिला तेज हो गया है। पीर पंजाल और सोनमर्ग जैसे इलाकों में बर्फबारी हुई है। जम्मू-कश्मीर में इस समय सर्दी का प्रकोप बढ़ चुका है, और तापमान लगातार गिर रहा है। श्रीनगर में रविवार रात माइनस 3.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। इसके अलावा, पहलगाम में माइनस 5 डिग्री तापमान था। इस बर्फबारी के कारण कश्मीर के कई इलाकों में यातायात प्रभावित हो सकता है। वहीं, कश्मीर की डल झील का पानी भी जमने लगा है, जो कश्मीर के पर्यटकों के लिए एक अनोखा दृश्य प्रस्तुत करता है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में, विशेष रूप से बुधवार तक, कश्मीर में और भी कड़ी ठंड पड़ने का अनुमान है।
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बर्फबारी से पर्यटकों को कैसे फायदा हो रहा है?
हालांकि बर्फबारी से कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, जैसे यातायात में रुकावट, पुनर्निर्माण कार्यों में देरी, और ठंड से सामान्य जीवन में असर, लेकिन पर्यटकों के लिए यह मौसम किसी खास तोहफे से कम नहीं है। सर्दियों में बर्फबारी देखने का सपना रखने वाले पर्यटक अब इन पहाड़ी इलाकों में पहुंचकर बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं। औली, मनाली, रोहतांग, केदारनाथ, बद्रीनाथ, और सोनमर्ग जैसे स्थानों पर बर्फबारी ने इन पर्यटन स्थलों को आकर्षक बना दिया है। पर्यटक यहां की बर्फीली वादियों में स्कीइंग, स्नोबोर्डिंग और अन्य साहसिक खेलों का भी लुत्फ उठा रहे हैं। स्थानीय होटल और रिसॉर्ट्स भी बर्फबारी के चलते पर्यटकों की भारी भीड़ से खुश हैं, और यहां के कारोबारी भी इस मौसम में अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।
बर्फबारी ने भारत के पहाड़ी इलाकों को सुंदरता के नए आयाम दिए हैं। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के पहाड़ों पर बर्फ की चादर ओढ़ने से इन इलाकों का दृश्य अब और भी आकर्षक हो गया है। हालांकि बर्फबारी से यातायात, स्थानीय जीवन और निर्माण कार्यों में समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, लेकिन पर्यटकों के लिए यह एक अद्भुत अनुभव बन चुका है। सर्दी का मौसम, बर्फबारी, और पहाड़ी इलाकों की बर्फीली वादियां अब पर्यटकों के लिए स्वर्ग बन गई हैं, और ये जगहें एक बार फिर से पर्यटन का केंद्र बन गई हैं। इस बर्फबारी का दृश्य जितना खूबसूरत है, उतना ही यह सर्दियों के मौसम का जादू है, जिसे देखना और महसूस करना पर्यटकों के लिए अविस्मरणीय अनुभव है।