Edited By Tanuja,Updated: 04 Feb, 2025 01:12 PM
मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलअत्ती फरवरी के पहले सप्ताह में भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। इस दौरान वे भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ पहली द्विपक्षीय रणनीतिक वार्ता में भाग लेंगे...
International Desk: मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलअत्ती फरवरी के पहले सप्ताह में भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। इस दौरान वे भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ पहली द्विपक्षीय रणनीतिक वार्ता में भाग लेंगे। यह वार्ता 2023 में भारत और मिस्र के बीच संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने के निर्णय का अनुसरण है। इस वार्ता में दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे और 2023 में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी की भारत यात्रा तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मिस्र यात्रा के दौरान लिए गए निर्णयों के कार्यान्वयन की प्रगति का आकलन करेंगे। इसके साथ ही, इजराइल-हमास संघर्ष विराम के बाद पश्चिम एशिया की बदलती परिस्थितियों पर भी चर्चा की जाएगी।
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व्यापार, निवेश, रक्षा, और सुरक्षा सहयोग जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी बातचीत होने की उम्मीद है। वर्तमान में लगभग 55 भारतीय कंपनियों ने मिस्र में $3.75 बिलियन से अधिक का निवेश किया है, जिससे लगभग 38,000 मिस्री नागरिकों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिला है। मिस्र ने स्वेज नहर आर्थिक क्षेत्र में भारतीय उद्योगों के लिए एक विशेष क्षेत्र की पेशकश की है, जो इस वार्ता में चर्चा का एक प्रमुख बिंदु हो सकता है। इसके अतिरिक्त, सूचना प्रौद्योगिकी, फार्मास्युटिकल उद्योग, वैक्सीन उत्पादन, नवीकरणीय ऊर्जा (विशेषकर ग्रीन हाइड्रोजन), उच्च शिक्षा, और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर भी विचार किया जाएगा।
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कैरो और नई दिल्ली के बीच सीधी उड़ानों की संभावना पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। मिस्र के राष्ट्रपति ने जनवरी 2023 में भारत की यात्रा की थी और गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। उसी वर्ष जून में प्रधानमंत्री मोदी ने मिस्र की यात्रा की थी, जो दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंधों को दर्शाता है। मिस्र के विदेश मंत्री की यह यात्रा दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग और साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।