Edited By Parveen Kumar,Updated: 15 Dec, 2024 06:45 PM
गुजरात के भावनगर में एक मालगाड़ी और एक यात्री ट्रेन के लोको पायलट के सतर्क रहने के कारण आठ शेरों की जान बच गयी, क्योंकि उन्होंने समय रहते ब्रेक लगाकर इसे रोक दिया।
नेशनल डेस्क : गुजरात के भावनगर में एक मालगाड़ी और एक यात्री ट्रेन के लोको पायलट के सतर्क रहने के कारण आठ शेरों की जान बच गयी, क्योंकि उन्होंने समय रहते ब्रेक लगाकर इसे रोक दिया। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। ये सभी शेर पिछले दो दिनों में गुजरात के भावनगर जिले में रेलवे पटरियों पर आ गए थे। भावनगर के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक माशूक अहमद ने बताया कि पश्चिम रेलवे के भावनगर मंडल के लोको पायलटों की सतर्कता और वन विभाग के ट्रैकर्स की मदद से इस वित्तीय वर्ष में अब तक 104 शेरों को बचाया गया है।
विज्ञप्ति के अनुसार बृहस्पतिवार को हापा से पीपावाव बंदरगाह की ओर जा रही मालगाड़ी चला रहे लोको पायलट धवलभाई पी ने राजुला शहर के पास पांच शेरों को रेल पटरी पार करते देखा। इसमें कहा गया है कि सतर्क लोको पायलट ने ट्रेन को रोकने और शेरों को सुरक्षित मार्ग प्रदान करने के लिए आपातकालीन ब्रेक लगाए। विज्ञप्ति में कहा गया है कि वन रक्षक के मौके पर पहुंचने और सभी स्थितियां सामान्य पाए जाने के बाद ट्रेन को आगे बढ़ने की अनुमति दी गई।
इसी तरह शुक्रवार को यात्री ट्रेन चला रहे लोको पायलट सुनील पंडित ने चलाला-धारी खंड में दो बच्चों के साथ एक शेरनी को रेल की पटरी पार करते देखा और आपातकालीन ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया। विज्ञप्ति में कहा गया है, "सूचना मिलने पर एक वन रक्षक मौके पर पहुंचा। उसने देखा कि शेर रेल पटरी से दूर चले गए हैं। जब सभी स्थितियां सामान्य पाई गईं, तो वन रक्षक ने लोको पायलट को रवाना होने के लिए कहा।"