Edited By Harman Kaur,Updated: 21 Mar, 2025 12:36 PM

महाराष्ट्र के पालघर जिले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने बिजली विभाग के एक कनिष्ठ अभियंता को ₹2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। यह कार्रवाई गुरुवार को की गई, जब अभियंता एक पशुशाला मालिक से अवैध रूप से पैसे वसूलने की कोशिश कर रहा था।
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के पालघर जिले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने बिजली विभाग के एक कनिष्ठ अभियंता को ₹2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। यह कार्रवाई गुरुवार को की गई, जब अभियंता एक पशुशाला मालिक से अवैध रूप से पैसे वसूलने की कोशिश कर रहा था।
कैसे हुआ खुलासा?
पालघर जिले के दहानू उप-मंडल के आशागढ़ क्षेत्र में तैनात महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (MSEDCL) के कनिष्ठ अभियंता अतुल अशोक आव्हाड (42) ने एक पशुशाला मालिक पर बिजली चोरी का आरोप लगाया था। इसके बदले में उसने कोई कार्रवाई न करने के लिए ₹3 लाख की रिश्वत मांगी। बाद में बातचीत के दौरान अभियंता ने रिश्वत की रकम घटाकर ₹2 लाख कर दी।
ACB ने कैसे पकड़ा?
पीड़ित पशुशाला मालिक ने इस रिश्वत की मांग की शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) से की। शिकायत मिलने के बाद ACB ने जाल बिछाया और गुरुवार को अभियंता को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। ACB के उप-अधीक्षक हर्षल चव्हाण ने बताया कि अभियंता के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
अब आगे क्या होगा?
अब पुलिस आरोपी अभियंता से पूछताछ कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस भ्रष्टाचार के पीछे और कौन लोग शामिल हो सकते हैं। ACB ने साफ किया है कि सरकारी अधिकारियों द्वारा रिश्वतखोरी के मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी।