Edited By Mahima,Updated: 24 Mar, 2025 09:30 AM

एलियट रोसेनबर्ग, एक अमेरिकी नागरिक, ने महंगाई और बढ़ते खर्चों से परेशान होकर 9 साल पहले भारत में बसने का साहसिक फैसला लिया। उन्होंने गोवा में अपनी पत्नी से मुलाकात की, हिंदी सीखी और दो बिजनेस शुरू किए। आज वह भारत में बेहद सस्ते और शांतिपूर्ण जीवन जी...
नेशनल डेस्क: अमेरिका के नागरिक एलियट रोसेनबर्ग ने हाल ही में लिंक्डइन पर अपनी यात्रा और अनुभव साझा किए, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने 9 साल पहले भारत में बसने का साहसिक निर्णय लिया, और इस फैसले ने उनकी जिंदगी को पूरी तरह बदल दिया। उनका मानना है कि महंगाई, जीवनशैली के दबाव और बढ़ते खर्चों से थककर उन्होंने यह कदम उठाया, और आज वह भारत में एक खुशहाल जीवन जी रहे हैं।
इन देशों में रहना बहुत सस्ता पड़ा
एलियट ने 12 साल पहले ब्राजील की यात्रा शुरू की थी, और इसके बाद उन्होंने एशिया का रुख किया। 15 महीनों में उन्होंने 17 देशों की यात्रा की, जिसमें कई दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का भी दौरा किया। इस दौरान उन्होंने क्रेडिट कार्ड पॉइंट्स का इस्तेमाल किया, जिससे उन्हें इन देशों में रहना बहुत सस्ता पड़ा। एलियट ने बताया कि यह यात्रा उनके लिए एक जीवन बदलने वाला अनुभव था, और इसके बाद ही उनका मन भारत में बसने के लिए प्रेरित हुआ।
भारत में आकर उनकी जिंदगी ने...
एलियट ने 9 साल पहले भारत आने का निर्णय लिया। उन्होंने बताया कि भारत में आकर उनकी जिंदगी ने एक नया मोड़ लिया। भारत में रहते हुए, उन्होंने न केवल अपनी पत्नी से मुलाकात की, बल्कि हिंदी सीखी और जीवनभर के दोस्त बनाए। इसके अलावा, उन्होंने यहां दो बिजनेस भी शुरू किए। उनका कहना है कि भारत में आकर उनकी जिंदगी बहुत सरल और शांतिपूर्ण हो गई। अमेरिका में जिन चीजों के लिए उन्हें अत्यधिक पैसे खर्च करने पड़ते थे, भारत में वही चीजें बहुत कम खर्च में मिल रही हैं।
जीवन की गुणवत्ता और शांति कहीं अधिक
एलियट अब गोवा में अपने परिवार के साथ रहते हैं। वह बताते हैं कि अमेरिका में महंगी जीवनशैली और सामाजिक दबावों से वह थक चुके थे, लेकिन भारत में आकर उन्होंने महसूस किया कि यहां जीवन की गुणवत्ता और शांति कहीं अधिक है। गोवा में वह और उनका परिवार बहुत कम खर्च में आरामदायक जीवन जी रहे हैं। वह अपनी कंपनियों के जरिए अमेरिकी ग्राहकों को सेवाएं देते हैं और डॉलर में आय अर्जित करते हैं, लेकिन भारत में रहकर वह अपनी जिंदगी को बहुत अधिक शांत और संतुलित महसूस करते हैं।
अमेरिका की तुलना में भारत में राहत
एलियट का मानना है कि अमेरिका में महंगे जीवन और बढ़ते सामाजिक दबावों ने उन्हें मानसिक रूप से थका दिया था। इसके विपरीत, भारत में आने से उन्हें न केवल वित्तीय राहत मिली, बल्कि मानसिक शांति भी मिली। वह बताते हैं कि भारत में लोग सामान्य जीवन जीने के बजाय सादगी से खुश रहते हैं, जो उन्हें बहुत अच्छा लगा। इसके अलावा, भारत की विविध संस्कृति और सामूहिकता ने उनकी जिंदगी में एक नई दिशा दी।
सोशल मीडिया पर मिली सराहना
एलियट की इस यात्रा और उनके साहसिक फैसले को सोशल मीडिया पर खूब सराहा गया। कई यूजर्स ने उनके कदम को प्रेरणादायक बताया। एक यूजर ने टिप्पणी की, "आपका जोखिम उठाने का साहस सच में प्रेरणादायक है। यह दिखाता है कि कभी-कभी जोखिम लेना बड़ा फायदा भी दे सकता है।" एक अन्य यूजर ने लिखा, "यह जानकर अच्छा लगा कि भारत में स्वास्थ्य और सुरक्षित जीवन के लिए बेहतर संभावनाएं हैं।" वहीं, एक और यूजर ने एलियट की हिम्मत की सराहना करते हुए कहा, "सामान्य जीवन से बाहर निकलने की हिम्मत दिखाने के लिए बधाई! भारत जितना हमारा है, उतना ही आपका है।" कुल मिलाकर, एलियट रोसेनबर्ग की यह यात्रा यह दिखाती है कि जीवन में कभी-कभी नए रास्ते अपनाने से न केवल नई खुशियां मिलती हैं, बल्कि अपने सपनों को पूरा करने का भी एक मौका मिलता है। उनका अनुभव यह साबित करता है कि विदेश में रहने का मतलब केवल एक अलग जीवनशैली नहीं होता, बल्कि यह एक नई शुरुआत और नई चुनौतियों का सामना करने का अवसर भी हो सकता है।