Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Apr, 2025 11:28 AM
भारत के डिजिटल आसमान में अब नई रफ्तार की तैयारी है। एलन मस्क की कंपनी Starlink भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च करने के बेहद करीब है। हाल ही में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से स्टारलिंक प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात ने इस चर्चित प्रोजेक्ट को फिर...
नेशनल डेस्क: भारत के डिजिटल आसमान में अब नई रफ्तार की तैयारी है। एलन मस्क की कंपनी Starlink भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च करने के बेहद करीब है। हाल ही में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से स्टारलिंक प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात ने इस चर्चित प्रोजेक्ट को फिर सुर्खियों में ला दिया है। दरअसल, स्टारलिंक के वरिष्ठ अधिकारी – वाइस प्रेसिडेंट चैड गिब्स और सीनियर डायरेक्टर रयान गुडनाइट – ने हाल ही में केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की। इस मीटिंग में कंपनी की भारत में निवेश योजनाओं और मौजूदा साझेदारियों पर विस्तार से चर्चा हुई।
हालांकि कंपनी को अभी भारत में पूरी तरह से परिचालन शुरू करने के लिए सुरक्षा मंजूरी और स्पेक्ट्रम आवंटन की मंजूरी का इंतजार है। ऐसे में यह मुलाकात काफी रणनीतिक मानी जा रही है, खासकर तब जब भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर भी बातचीत अंतिम चरण में है।
दिलचस्प बात यह है कि पहले ही Reliance Jio और Airtel जैसी बड़ी कंपनियां स्टारलिंक के साथ संभावित साझेदारी को लेकर बातचीत कर चुकी हैं। फिर भी सरकार ने अब तक केवल JIO सैटेलाइट और भारती ग्रुप की यूटेलसैट वनवेब को लाइसेंस जारी किया है, लेकिन स्पेक्ट्रम आवंटन इन दोनों के लिए भी लंबित है।
अगर आंकड़ों की बात करें, तो starlink के पास दुनिया की सबसे बड़ी सैटेलाइट कंस्टीलेशन है, जिसमें 6,750 से अधिक सक्रिय सैटेलाइट्स हैं। इसके मुकाबले, यूटेलसैट के पास करीब 600 और जियो की साझेदार कंपनियों के पास महज 70 सैटेलाइट हैं। इसी वजह से स्टारलिंक को गेम-चेंजर माना जा रहा है, जो ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचा सकता है।
अब सबकी निगाहें ट्राई की उन सिफारिशों पर हैं, जो भारत में सैटेलाइट स्पेक्ट्रम नीति को लेकर आने वाली हैं। अगर सब कुछ सही रहा, तो जल्द ही भारत में भी इंटरनेट बिना तारों के - आसमान से सीधे आपके डिवाइस तक पहुंच सकता है।
Starlink क्या है और भारत में ये कैसे करेगा काम? जानिए आसान भाषा में पूरा सिस्टम
पारंपरिक इंटरनेट से अलग कैसे है स्टारलिंक?
भारत में अब तक जो ब्रॉडबैंड या मोबाइल इंटरनेट मिलता है, वो ज़मीन के नीचे बिछे केबल्स या मोबाइल टावरों पर निर्भर करता है। वहीं, स्टारलिंक का सिस्टम सीधे लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) यानी पृथ्वी की सतह से करीब 550 से 1200 किलोमीटर ऊपर मौजूद सैटेलाइट्स के नेटवर्क से चलता है।
कितने देशों में है Starlink?
स्टारलिंक फिलहाल 100 से ज्यादा देशों में एक्टिव है और इसके पास करीब 7000 सैटेलाइट्स हैं। इनकी मदद से 40 लाख से अधिक यूजर्स हाई-स्पीड इंटरनेट एक्सेस कर रहे हैं — वो भी पहाड़ों, रेगिस्तानों और समुद्र के बीच जैसे दूरस्थ इलाकों में।
लगातार अपडेट होता रहेगा नेटवर्क
एलन मस्क का कहना है कि कंपनी हर 5 साल में अपने पूरे सैटेलाइट सिस्टम को नई तकनीक से अपग्रेड करेगी ताकि यूजर्स को सबसे तेज और भरोसेमंद सेवा मिलती रहे।
आपको क्या चाहिए होगा?
-स्टारलिंक से कनेक्ट होने के लिए आपको सिर्फ दो चीजों की जरूरत होगी:
-स्टारलिंक डिश (छत पर लगने वाली)
WiFi राउटर
ये डिश अपने-आप ऊपर घूम रहे सैटेलाइट्स से जुड़ जाएगी और आपके घर तक इंटरनेट लाएगी — बिल्कुल बिना किसी टावर या वायर्स के। अच्छी बात ये है कि इंस्टॉलेशन बेहद आसान होगा और आपको टावर की रेंज का इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा।
चलते-फिरते भी इंटरनेट?
हालांकि स्टारलिंक सिस्टम को स्थायी जगहों के लिए डिजाइन किया गया है, लेकिन एडवांस हार्डवेयर की मदद से इसे गाड़ियों, जहाज़ों और विमानों में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यानी रोड ट्रिप पर भी नेटफ्लिक्स बंद नहीं होगा!
Starlink की इंटरनेट स्पीड कैसी होगी?
Starlink चार तरह के प्लान ऑफर करता है:
स्टैंडर्ड प्लान
- डाउनलोड स्पीड: 25-100 Mbps
- अपलोड स्पीड: 5-10 Mbps
प्रायोरिटी प्लान
- डाउनलोड स्पीड: 40-220 Mbps
- अपलोड स्पीड: 8-25 Mbps
मोबाइल प्लान
- डाउनलोड स्पीड: 5-50 Mbps
- अपलोड स्पीड: 2-10 Mbps
मोबाइल प्रायोरिटी प्लान
- डाउनलोड स्पीड: 40-220 Mbps
- अपलोड स्पीड: 8-25 Mbps
इनमें से प्रायोरिटी प्लान उन यूज़र्स के लिए है जिन्हें भारी डेटा ट्रांसफर और गेमिंग जैसी हाई-बैंडविड्थ एक्टिविटीज़ की ज़रूरत होती है।
कितनी महंगी हो सकती है Starlink सेवा?
अमेरिका में Starlink का मंथली प्लान लगभग $120 (करीब ₹10,400) में आता है। इसके अलावा यूज़र को डिश और राउटर के लिए $599 (करीब ₹52,000) की एक बार की कीमत चुकानी पड़ती है।
भारत में कीमतें क्या होंगी, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है। लेकिन कयास ये लगाए जा रहे हैं कि भारतीय बाजार की संवेदनशीलता को देखते हुए Starlink को अपने प्लान्स को थोड़ी किफायती दरों पर लाना पड़ सकता है।
मुकाबला Jio और Airtel से
वहीं दूसरी तरफ, भारत की दिग्गज कंपनियां जैसे Jio Fiber और AirFiber पहले से ही बाज़ार में मजबूती से मौजूद हैं।
-Jio Fiber प्लान्स ₹399 से ₹8499 तक
-AirFiber प्लान्स ₹599 से ₹3999 तक
-स्पीड रेंज: 30 Mbps से लेकर 1 Gbps तक