Edited By Anu Malhotra,Updated: 27 Sep, 2024 12:00 PM
एक कर्मचारी की ऑफिस से छुट्टी नहीं मिलने के कारण फैक्ट्री में मौत हो गई, जिससे लोगों में जबर्दस्त आक्रोश पैदा हो गया है। यह घटना थाईलैंड के सामुत प्राकन प्रांत की है, जहां 30 साल की महिला कर्मचारी की ड्यूटी के दौरान तबीयत बिगड़ गई और उसकी जान चली गई।
नेशनल डेस्क: एक कर्मचारी की ऑफिस से छुट्टी नहीं मिलने के कारण फैक्ट्री में मौत हो गई, जिससे लोगों में जबर्दस्त आक्रोश पैदा हो गया है। यह घटना थाईलैंड के सामुत प्राकन प्रांत की है, जहां 30 साल की महिला कर्मचारी की ड्यूटी के दौरान तबीयत बिगड़ गई और उसकी जान चली गई।
महिला ने अपने मैनेजर से छुट्टी मांगी थी, लेकिन उसे यह कहते हुए मना कर दिया गया कि उसे एक मेडिकल सर्टिफिकेट जमा करना होगा। काम की चिंता में महिला ने ड्यूटी पर आने का फैसला किया, लेकिन काम करते ही बेहोश हो गई।
महिला की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन बताया जा रहा है कि वह 5 से 9 सितंबर तक अस्पताल में भर्ती रही थी, जहां उसे बड़ी आंत में सूजन के कारण चिकित्सा छुट्टी दी गई थी। अस्पताल से लौटने के बाद, जब उसकी तबीयत बिगड़ गई, तो उसने 12 सितंबर को अपने मैनेजर से एक दिन की और छुट्टी मांगी। हालांकि, मैनेजर ने कहा कि उसे फैक्ट्री में आकर एक और मेडिकल सर्टिफिकेट जमा करना होगा, क्योंकि वह पहले ही कई दिनों की छुट्टी ले चुकी थी।
इस डर से कि वह नौकरी से हाथ न धो बैठे, महिला ने 13 सितंबर को काम पर जाने का निर्णय लिया। लेकिन 20 मिनट काम करने के बाद ही वह बेहोश हो गई। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां सर्जरी की गई, लेकिन अगले दिन नेक्रोटाइजिंग एंटरोकोलाइटिस के कारण उसकी मृत्यु हो गई।
कंपनी ने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि वह अपने कर्मचारी की मौत से दुखी है और इस मामले की जांच करेगी। एक बयान में कंपनी ने कहा, "हमारे लोग हमारी सफलता की नींव हैं, और हम इस नुकसान से तबाह हो गए हैं। हमारी प्राथमिकता इस कठिन समय में कर्मचारी के परिवार को अटूट समर्थन प्रदान करना है।"
यह घटना पिछले महीने पुणे में हुई एक और घटना की याद दिलाती है, जहां एक 26 साल की चार्टेड अकाउंटेंट की मां ने आरोप लगाया था कि उसकी बेटी को इतना काम दिया गया कि वह तनाव में आ गई, जिससे उसकी मौत हुई। इन घटनाओं ने कार्यस्थल की स्वास्थ्य और कल्याण नीतियों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता को उजागर किया है।