Edited By Anu Malhotra,Updated: 14 Apr, 2025 11:58 AM
कभी आपने सोचा है कि पुरानी चीज़ों में छिपे खजाने के बारे में? ऐसा ही एक घटना चिली के Exequiel Hinojosa के साथ हुई। एक दिन, घर की सफाई करते हुए उसे जो पुरानी पासबुक मिली, वह उसकी जिंदगी का सबसे बड़ा मोड़ बन गई। यह कहानी है एक आदमी की, जो किसी मामूली...
नेशनल डेस्क: कभी आपने सोचा है कि पुरानी चीज़ों में छिपे खजाने के बारे में? ऐसा ही एक घटना चिली के Exequiel Hinojosa के साथ हुई। एक दिन, घर की सफाई करते हुए उसे जो पुरानी पासबुक मिली, वह उसकी जिंदगी का सबसे बड़ा मोड़ बन गई। यह कहानी है एक आदमी की, जो किसी मामूली कागज से रातों-रात करोड़पति बन गया। कैसे? आइए, जानते हैं...
62 साल पुरानी बैंक पासबुक ने बदल दी किस्मत
जब हिनोजोसा को घर के पुराने सामान में धूल में लिपटी हुई एक बैंक पासबुक मिली। यह पासबुक उनके पिता की थी, जो कई साल पहले अपनी मेहनत की कमाई जमा करने के लिए बैंक गए थे। पासबुक पुरानी थी और बैंक अब बंद हो चुका था, लेकिन इस पासबुक ने उनके जीवन की दिशा ही बदल दी। वह पासबुक 1960-70 के दशक की थी, जब उनके पिता ने 1.40 लाख रुपये बैंक में जमा किए थे, जो उस समय काफी बड़ी रकम मानी जाती थी।
सरकार ने दी गारंटी, लेकिन फिर भी समस्या?
हिनोजोसा को पहले तो लगा कि यह बस एक बेकार का कागज है, लेकिन पासबुक पर लिखा एक शब्द "स्टेट गारंटीड" ने उनकी आंखें खोल दीं। इसका मतलब था कि अगर बैंक डूब भी जाता, तो सरकार इस पैसे की गारंटी देती थी। हिनोजोसा ने इस पर कार्रवाई की, लेकिन शुरू में सरकार ने पैसे लौटाने से इंकार कर दिया। हालांकि, वह रुके नहीं।
कोर्ट ने किया फैसला, कबाड़ से बन गए करोड़पति
हिनोजोसा ने कोर्ट में अपना मामला दायर किया, जिसमें उन्होंने तर्क दिया कि यह पैसा उनके पिता की मेहनत से जमा किया गया था और सरकार की गारंटी के अनुसार सरकार को यह रकम लौटानी चाहिए। कोर्ट ने हिनोजोसा के पक्ष में फैसला सुनाया, और सरकार को यह रकम ब्याज और महंगाई के साथ लौटानी पड़ी। इस फैसले के बाद हिनोजोसा को कुल 1.2 मिलियन डॉलर, यानी करीब 9 करोड़ रुपये मिले।