Edited By Rahul Rana,Updated: 06 Nov, 2024 04:08 PM
मेरठ के सरधना इलाके से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक्सपायर दवाइयों का जखीरा मिला है। इन एक्सपायर्ड दवाओं की डेट बदलकर उनपर नई तारीख डाली जा रही थी और फिर मार्केट में सप्लाई किया जा रहा था। प्रिंटिंग मशीन के जरिये रेपर पर तारीख बदलकर...
नेशनल डेस्क। मेरठ के सरधना इलाके से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक्सपायर दवाइयों का जखीरा मिला है। इन एक्सपायर्ड दवाओं की डेट बदलकर उनपर नई तारीख डाली जा रही थी और फिर मार्केट में सप्लाई किया जा रहा था। प्रिंटिंग मशीन के जरिये रेपर पर तारीख बदलकर इन्हें बेचा जाता था। वहीं छापेमारी से पहले ही आरोपी मौके से फरार हो गए। फिलहाल दवाओं को सीज कर दिया गया है।
वहीं पुलिस और ड्रग्स विभाग की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इन दवाओं को अंपजीकृत चिकित्सकों और मेडिकल स्टोरों पर बेचा जाता था। इन दवाओं को कहां बेचा जाता था और यह दवाएं कहां से आती थीं इसकी छानबीन की जा रही है। फिलहाल जांच के लिए एंटीबायोटिक्स दवाओं के तीन सैंपल लिए गए हैं, जिन्हें लखनऊ प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
इस मौके पर बातचीत करते हुए एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि सरधना कस्बा चौकी पुलिस को सूचना मिली थी कि मेरठ रोड पर एक गोदाम में दवाओं का अवैध कारोबार किया जा रहा है। जिसके बाद चौकी प्रभारी दिलीप वाथम टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उनसे पहले ही संचालक और कर्मचारी वहां से भाग निकले। बता दें कि पुलिस की जांच में सामने आया कि यह गोदाम नाजिम निवासी मोहल्ला इस्लामाबाद का है।
प्रिंटिंग मशीन बरामद, कई लोग हैं शामिल
बता दें कि एक्सपायर हो चुकी दवाओं को लाकर उनकी तारीख बदलकर इन्हें बेचा जाता था। करीब 20 लाख कीमत की दवाएं यहां से मिली हैं। तारीख डालने वाली प्रिंटिंग मशीन बरामद हुई है। दवाओं का कोई भी बिल नहीं मिला है।
नामी कंपनियों की हैं बरामद दवाएं
पुलिस ने बताया कि एक्सपायर हो चुकी बरामद दवाएं नामी कंपनियों की हैं। ये दवाएं दिल, गुर्दे, बुखार, खांसी, जुकाम आदि बीमारियों में इस्तेमाल होती हैं। मौके पर मिली प्रिंटिंग मशीन से स्पष्ट हुआ कि यहां दोबारा पैक करने और नया लेबल लगाने के बाद दवाओं को बाजार में बिक्री के लिए उतार दिया जाता है। यह धंधा काफी समय से चलने का अंदेशा भी जताया जा रहा है।
EXPIRY दवाओं को स्टोर करना नियम विरुद्ध
इस मौके पर मंडलीय औषधि निरीक्षक गौरव लोधी और औषधि निरीक्षक पीयूष शर्मा ने बताया कि एक्सपायर दवाओं को स्टोर करना नियम विरुद्ध है। इस साल ड्रग्स विभाग मानकों के विरुद्ध दवाओं को बेचने के 30 मुकदमे दर्ज करा चुका है। इस दौरान ड्रग्स इस्पेक्टर प्रियंका चौधरी और मोहित कुमार भी साथ रहे।