Edited By Mahima,Updated: 23 Jan, 2025 02:40 PM
प्रयागराज महाकुंभ से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें शंख बजाते हुए शख्स को देखा जा रहा है। पोस्ट में दावा किया गया कि यह वीडियो महाकुंभ के उद्घाटन समारोह का है, लेकिन सत्यापन में पता चला कि यह वीडियो 2023 में वाराणसी के गंगा...
नेशनल डेस्क: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ को लेकर सोशल मीडिया पर अलग- अलग तरह की पोस्ट वायरल हो रही हैं। इसी कड़ी में एक वीडियो वायरल है। वायरल हो रहे इस वीडियो में स्टेज पर खड़े एक शख्स को शंख बजाते हुए सुना जा सकता है। पोस्ट को शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि शंखनाद का यह वीडियो महाकुंभ में उद्घाटन समारोह के दौरान का है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो तकरीबन दो साला पुराना और वाराणसी का है। पुराने वीडियो को महाकुंभ से जोड़कर भ्रामक दावे के साथ फैलाया जा रहा है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक पेज ‘Wah Re Sindhi Wah’ ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, “2 मिनट 49 सेकण्ड्स का शंख नाद Shankh naad ——-2.49 रिकॉर्ड कुंभमेला के उद्घाटन समारोह में 2 मिनट 49 सेकेंड तक बिना रुके शंखनाद करने का विश्व रिकॉर्ड बना। यह प्राचीन हिंदू धर्म की शक्ति है।”
पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।
पड़ताल
अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वायरल किये जा रहे वीडियो को गौर से देखा। वीडियो में 54 सेकंड के फ्रेम में राष्ट्रपति द्रौपती मुर्मू और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देखा जा सकता है। वहीं, इस वीडियो में हमें VK न्यूज़ नाम लिखा हुआ भी नजर आया।
इसी बुनियाद पर हमने अपनी पड़ताल शुरू की और VK न्यूज़ गूगल पर सर्च किया। इस नाम का हमें एक वेरिफाइड यूट्यूब चैनल मिला। 13 फरवरी 2023 को अपलोड हुए इस वीडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, यह गंगा घाट का वीडियो है।
राष्ट्रपति के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर इस हमें इस मौके का लाइव वीडियो 13 फरवरी 2023 का मिला। वीडियो में बताया गया, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू वाराणसी में गंगा आरती में शामिल हुईं।
इस मौके के वीडियो को एएनआई के यूट्यूब चैनल पर भी देखा जा सकता है। 13 फरवरी 2023 को अपलोड हुए इस वीडियो के साथ बताया गया, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती की है।
इस मामले से जुड़ी खबर को टाइम्स ऑफ़ इंडिया और एएनआई की वेबसाइट पर पढ़ा जा सकता है। वायरल वीडियो से जुड़ी पुष्टि के लिए हमने गंगा सेवा निधि अध्यक्ष सुशांत मिश्रा से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि देते हुए बताया कि यह वाराणसी में गंगा आरती का पुराना वीडियो है। अब बारी थी भ्रामक पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक पेज की सोशल स्कैनिंग करने की। हमने पाया कि ‘Wah Re Sindhi Wah’ पेज को साढ़े आठ लाख से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
(Disclaimer: यह फैक्ट चेक मूल रुप से vishwas news द्वारा किया गया है जिसे Shakti collective की मदद से पंजाब केसरी ने प्रकाशित किया।)