Edited By Mahima,Updated: 22 Jan, 2025 01:58 PM
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को लेकर दावा किया गया कि यह महाकुंभ में गंगा घाट पर भगदड़ का है, जिसमें पचास से अधिक महिलाएं और बच्चे डूबते-डूबते बच गए। हालांकि, फैक्ट चेक से पता चला कि यह वीडियो बिहार के भागलपुर का है, जहां सावन के सोमवार को भगदड़ मचने...
नेशनल डेस्क: प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र के एक हिस्से में हाल ही में आग लग गई थी। और अब एक वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि महाकुंभ में गंगा घाट पर भगदड़ मच गई जिसमें पचास से ज्यादा महिलाओं समेत बच्चे डूबते-डूबते बचे। वीडियो में पानी में खड़ी भारी भीड़ को देखा जा सकता है। लोग एक-दूसरे से काफी सटकर खड़े दिख रहे हैं। इनमे से कई लोगों ने भगवा कपड़े पहने हुए हैं। कहा जा रहा है कि ये घटना कुंभ से पहले शाही स्नान के समय हुई है।
वीडियो को शेयर करते हुए एक एक्स यूजर ने लिखा, “ब्रेकिंग न्यूज़.... गंगा घाट में मची भगदड़...50 से अधिक श्रद्धालु डूबते डूबते बचे...कौन है जिम्मेदार....? कहाँ है सरकार....?”। फेसबुक पर भी इस वीडियो को प्रयागराज महाकुंभ का बताकर शेयर किया गया है। आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये अगस्त 2024 का बिहार के भागलपुर का वीडियो है।
कैसे पता की सच्चाई?
कीवर्ड सर्च करने पर हमें इस घटना से सबंधित कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं। इनमें वायरल वीडियो वाले विजुअल्स देखे जा सकते हैं। हिंदुस्तान की 13 अगस्त 2024 को छपी खबर के मुताबिक, भागलपुर स्थित एसएम कॉलेज गंगा घाट पर सावन के सोमवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। इस दौरान भीड़ बेकाबू हो गई और घाट पर लगी बैरिकेडिंग टूट गई। इसके चलते लोग नदी में डूबने लगे। लेकिन मौके पर मौजूद एसडीआरएफ की टीम ने सभी को बचा लिया। उस समय आजतक ने भी वायरल वीडियो के साथ इस घटना के बारे में खबर दिखाई थी।
दैनिक भास्कर की खबर ( https://www.bhaskar.com/local/bihar/bhagalpur/news/stampede-on-the-ghat-many-people-saved-from-drowning-133471418.html ) में भी इस घटना के बारे में पढ़ा जा सकता है। इस घटना से पहले बिहार के ही जहानाबाद में सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में भगदड़ से आठ लोगों की मौत हो गई थी। यहां ये बात साफ हो जाती है कि वीडियो का महाकुंभ से कोई लेना-देना नहीं है। हमें महाकुंभ में भगदड़ मचने को लेकर ऐसी कोई खबर भी नहीं मिली। अगर ऐसा वाकई हुआ होता ये एक बड़ी खबर होती और इसके बारे कई खबरें छपतीं।
(Disclaimer: यह फैक्ट चेक मूल रुप से aajtak द्वारा किया गया है जिसे Shakti collective की मदद से पंजाब केसरी ने प्रकाशित किया।)