Edited By rajesh kumar,Updated: 12 Dec, 2024 08:13 PM
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को परभणी में हिंसक प्रदर्शन पर कहा कि संविधान की प्रतिकृति को क्षतिग्रस्त किये जाने के बाद सरकार ने दोषी को शीघ्र गिरफ्तार कर लिया था लेकिन फिर भी हिंसक प्रदर्शन हुए जो अस्वीकार्य है। फडणवीस...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को परभणी में हिंसक प्रदर्शन पर कहा कि संविधान की प्रतिकृति को क्षतिग्रस्त किये जाने के बाद सरकार ने दोषी को शीघ्र गिरफ्तार कर लिया था लेकिन फिर भी हिंसक प्रदर्शन हुए जो अस्वीकार्य है। फडणवीस ने दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि जिस आरोपी ने कथित तौर पर प्रतिकृति को क्षतिग्रस्त किया है, वह मानसिक रूप से अस्थिर है।
परभणी रेलवे स्टेशन के बाहर डॉ. बाबा साहब भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा के सामने स्थापित संविधान की प्रतिकृति मंगलवार को क्षतिग्रस्त पाई गई, जिसके बाद बुधवार को बंद आहूत किया गया था। बंद में शामिल भीड़ द्वारा दुकानों, वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी किये जाने से प्रदर्शन ने हिंसक रूप धारण कर लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा, "तोड़फोड़ की घटना में शामिल मानसिक रूप से अस्थिर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। फिर भी कार्रवाई किए जाने के बावजूद हिंसा हुई, यह स्वीकार्य नहीं है। संविधान का पालन करते हुए विरोध प्रदर्शन किया जा सकता है।" दूसरी ओर कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने परभणी के पुलिस अधीक्षक को निलंबित करने और संविधान की प्रतिकृति को क्षतिग्रस्त करने के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा देने की मांग की।
संविधान के अपमान की घटना निंदनीय- नाना पटोले
उन्होंने कहा कि पुलिस को परभणी में डॉ. आंबेडकर के अनुयायियों के खिलाफ अत्याचार रोकना चाहिए। पटोले ने कहा, "परभणी में संविधान के अपमान की घटना अत्यंत निंदनीय है। यह डॉ. बाबा साहब भीम राव आंबेडकर और संविधान का सम्मान करने वाले लाखों लोगों का घोर अपमान है।" कांग्रेस नेता ने कहा, "जब परभणी जल रहा था, तब मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री मंत्रालय बांटने में व्यस्त थे....जो लोग संविधान का सम्मान नहीं करते, वे सत्ता में हैं, जिससे ऐसी घटनाएं हो रही हैं।"
उन्होंने दावा किया कि घटना के बाद पुलिस ने आंबेडकरवादियों के खिलाफ ज्यादती की। कांग्रेस नेता ने इन ज्यादतियों की जांच की मांग की। उन्होंने लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने की अपील करते हुए कहा कि कांग्रेस विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान इस घटना पर सरकार से सवाल पूछेगी।