Edited By Anu Malhotra,Updated: 06 Dec, 2024 08:30 AM
![farmers delhi shambhu border farmer leaders satnam singh pannu](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_12image_08_30_521199299shambhu-ll.jpg)
आज शंभू बॉर्डर से किसानों का पहला जत्था दिल्ली की ओर कूच करेगा। इस जत्थे में किसान नेता सतनाम सिंह पन्नू, सुरिंदर सिंह चौटाला, सुरजीत सिंह फूल और बलजिंदर सिंह शामिल हैं। जत्था जरूरी सामान के साथ शांतिपूर्ण मार्च करते हुए 1 बजे रवाना होगा। किसानों का...
नेशनल डेस्क: आज शंभू बॉर्डर से किसानों का पहला जत्था दिल्ली की ओर कूच करेगा। इस जत्थे में किसान नेता सतनाम सिंह पन्नू, सुरिंदर सिंह चौटाला, सुरजीत सिंह फूल और बलजिंदर सिंह शामिल हैं। जत्था जरूरी सामान के साथ शांतिपूर्ण मार्च करते हुए 1 बजे रवाना होगा। किसानों का यह जत्था अंबाला के जग्गी सिटी सेंटर, मोहरा अनाज मंडी, खानपुर जट्टन और हरियाणा के पिपली में रुकते हुए आगे बढ़ेगा। आंदोलन के तहत किसान रोजाना सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक पैदल चलेंगे और रात सड़क पर बिताएंगे।
स्कूल बंद और कानून व्यवस्था की तैयारी
अंबाला जिले में किसानों के विरोध प्रदर्शन और कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए हैं। प्रशासन ने कहा कि किसानों के प्रदर्शन के चलते एहतियातन यह कदम उठाया गया है।
दिल्ली चलो आंदोलन का नेतृत्व और समर्थन
इस आंदोलन का नेतृत्व किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल कर रहे हैं। पंधेर ने बताया कि पिछले आठ महीनों से धरने पर बैठे किसानों पर ट्रैक्टर मॉडिफाइड होने के आरोप लगाए गए थे, इसलिए अब पैदल मार्च का फैसला किया गया है। हरियाणा की खाप पंचायतों और व्यापारिक समुदाय ने आंदोलन को समर्थन दिया है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने बनाई दूरी
हालांकि, संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने इस आंदोलन से खुद को अलग कर लिया है। भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि उनसे संपर्क नहीं किया गया और न ही सलाह ली गई। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी तरफ से इस मार्च में कोई भागीदारी नहीं होगी। ऑल इंडिया किसान सभा (AIKS) के नेता हन्नान मोल्लाह ने भी कहा कि SKM इस विरोध मार्च का हिस्सा नहीं है।