Edited By Archna Sethi,Updated: 01 Feb, 2025 07:34 PM
फसली विविधता अपना पौध तैयार कर रहे किसान
चंडीगढ़, 1 फरवरी (अर्चना सेठी) किसानों की आय बढ़ाने और फसली विविधता सुनिश्चित करने के लिए तेजी से काम कर रही है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए बागवानी मंत्री मोहिंदर भगत के दिशा-निर्देशों के तहत बागवानी विभाग किसानों को बागवानी क्षेत्र की ओर प्रेरित करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है।
पंजाब सरकार के बागवानी विभाग द्वारा समय-समय पर मिले समर्थन के साथ जिला संगरूर के गांव संदौड़ के अग्रणी और मेहनती किसान श्री तीरथ सिंह ने बागवानी क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है। किसान तीरथ सिंह ने खेती में विविधता अपनाकर सब्जियों की खेती करके अपनी आय में वृद्धि की है।
किसान तीरथ सिंह ने साल 1996-97 से बागवानी विभाग की सहायता से पारंपरिक फसलों से हटकर सब्जियों की पौध तैयार करने का काम शुरू किया और आज 800 से अधिक सब्जी उत्पादकों को उच्च-गुणवत्ता वाली पौध उपलब्ध करा रहे हैं। तीरथ सिंह अब 4 एकड़ जमीन पर प्याज की पौध, हाइब्रिड मिर्च CH-1, CH-2 और अन्य कई किस्मों की पौध उगाते हैं। उनके इस काम से न केवल उनकी खुद की आय में वृद्धि हुई है, बल्कि अन्य किसान भी फसली विविधता अपनाकर बागवानी की ओर प्रेरित हुए हैं।
किसान तीरथ सिंह के प्रयासों को पंजाब सरकार और बागवानी विभाग का पूरा समर्थन मिला है। उन्हें कृषि संस्थान से सम्मान और जिला स्तर पर कई पुरस्कार मिल चुके हैं। भले ही तीरथ सिंह की शिक्षा केवल दसवीं पास है लेकिन उनकी मेहनत और सीखने की लगन ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है।
किसान तीरथ सिंह ने अन्य किसानों को संदेश देते हुए कहा कि हमें प्राकृतिक संसाधनों की देखभाल करनी चाहिए और पारंपरिक खेती से हटकर बागवानी और सब्जी उत्पादन की ओर बढ़ना चाहिए। इससे न केवल अच्छी आय मिलेगी, बल्कि मिट्टी की उर्वरता भी बनी रहेगी।
बागवानी मंत्री मोहिंदर भगत ने कहा कि गेहूं-धान के फसली चक्र से बाहर निकलकर हमें खेती में विविधता अपनाते हुए अन्य लाभदायक फसलों की ओर ध्यान देने की जरूरत है ताकि भूमिगत पानी के घटते स्तर और प्राकृतिक संसाधनों को बचाया जा सके।
मंत्री ने बताया कि बागवानी विभाग राज्य में बागवानी क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को तकनीकी जानकारी देने के साथ-साथ विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं जैसे कि नए बाग लगाना, हाइब्रिड सब्जियों की खेती, फूलों की खेती, मशरूम उत्पादन यूनिट, वर्मी कंपोस्ट यूनिट, सुरक्षित खेती के लिए पॉली हाउस/नेट हाउस, यूनिट स्थापित करना और इस यूनिट के तहत फूलों और सब्जियों की खेती करना, शहद मख्खी पालन आदि उद्यमों में सरकार किसानों की पूरी सहायता कर रही है। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का अधिकतम लाभ लेने के लिए संबंधित बागवानी अधिकारी या जिला प्रमुख से संपर्क किया जा सकता है।