Edited By Radhika,Updated: 28 Apr, 2025 05:31 PM
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को लेकर देश भर में शोक और आक्रोश का माहौल है। पूर्व मुख्यमंत्री और जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला है।
नेशनल डेस्क : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को लेकर देश भर में शोक और आक्रोश का माहौल है। पूर्व मुख्यमंत्री और जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अब पाकिस्तान से किसी भी तरह की वार्ता का सवाल ही नहीं उठता, क्योंकि उन्होंने मानवता का कत्ल किया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत ने 1947 में ही टू-नेशन थ्योरी को खारिज कर दिया था और आज भी उसे मानने को तैयार नहीं है, क्योंकि देश में हिंदू, मुसलमान, सिख और ईसाई सब एक साथ रहते हैं।

फारूक अब्दुल्ला का बयान-
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "अफसोस है हमें कि हमारा पड़ोसी आज भी नहीं समझता कि उसने मानवता का कत्ल किया है। अगर वो यह समझते हैं कि इससे हम लोग पाकिस्तान में चले जाएंगे, तो उनकी इस गलतफहमी को दूर करना होगा।"

टू-नेशन थ्योरी को किया खारिज-
उन्होंने आगे कहा, "हम जब 1947 में उनके साथ नहीं गए, तो आज क्यों जाएंगे? हमने टू-नेशन थ्योरी तब पानी में फेंक दी थी और हम टू-नेशन थ्योरी को आज भी मानने के लिए तैयार नहीं हैं। हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई जो भी हैं, हम सब एक हैं। वे समझते हैं कि हमें वे इससे कमजोर कर देंगे, लेकिन हम इससे कमजोर नहीं होंगे। हम इससे मजबूत हो रहे हैं और उन्हें अच्छा जवाब देंगे।"
पाकिस्तान से शांति वार्ता पर सवाल-
पाकिस्तान से शांति वार्ता के मुद्दे पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "पाकिस्तान कह रहा है कि बातचीत होनी चाहिए। क्या होनी चाहिए? मैं हर वक्त डायलॉग को फेवर करता था। मैं हर वक्त चाहता था कि बातचीत हो। मगर बताइए उन लक्ष्यों को क्या कहेंगे और उनके घरवालों को क्या कहेंगे? क्या हम बात करेंगे? क्या यह इंसाफ होगा?"
पाकिस्तान पर जोरदार कार्रवाई की मांग-
फारूक अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि आज भारत बालाकोट जैसी कार्रवाई नहीं चाहता है, बल्कि भारत चाहता है कि पाकिस्तान के खिलाफ ऐसी जोरदार कार्रवाई की जाए कि दोबारा ऐसी घटनाएं न हों।