Edited By Rohini Oberoi,Updated: 10 Apr, 2025 04:06 PM
दिल्ली के लाहौरी गेट इलाके में रहने वाली एक तलाकशुदा महिला से जुड़ा साइबर ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। शातिर ठगों ने खुद को केंद्रीय एजेंसियों का अधिकारी बताकर महिला को डराया-धमकाया और 48 घंटे तक वीडियो कॉल के ज़रिए मानसिक रूप से बंधक...
नेशनल डेस्क। दिल्ली के लाहौरी गेट इलाके में रहने वाली एक तलाकशुदा महिला से जुड़ा साइबर ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। शातिर ठगों ने खुद को केंद्रीय एजेंसियों का अधिकारी बताकर महिला को डराया-धमकाया और 48 घंटे तक वीडियो कॉल के ज़रिए मानसिक रूप से बंधक बनाकर रखा। इस दौरान महिला से ₹8.10 लाख रुपये ऐंठ लिए गए।
ऐसे रची गई थी साजिश
5 मार्च 2025 की सुबह महिला को एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को टेलीकॉम डिपार्टमेंट का अधिकारी बताया और कहा कि उसके नाम पर एक फर्जी सिम इस्तेमाल हो रहा है। महिला कुछ समझ पाती इससे पहले ही उसे कई व्हाट्सएप वीडियो कॉल आने लगे। इस बार कॉल करने वालों ने खुद को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और सीबीआई के अधिकारी बताया।
यह भी पढ़ें: T-Shirt-जींस पहने पान ठेले पर पहुंचा युवक, कहा- हुक्का मिलेगा? और फिर सच्चाई पता चलते ही छूट गए पसीने...
गिरफ्तारी की धमकी और फर्जी दस्तावेज
ठगों ने महिला को धमकाया कि उसका नाम मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में जुड़ चुका है और जल्द ही उसकी गिरफ्तारी होगी। दबाव बनाने के लिए उन्होंने फर्जी दस्तावेज भी भेजे जिनमें सुप्रीम कोर्ट, सीबीआई और ईडी की मुहरें और सिग्नेचर लगे थे।
48 घंटे का ‘डिजिटल अरेस्ट’
महिला ने पुलिस को बताया कि 5 मार्च से 7 मार्च तक उसे वीडियो कॉल के ज़रिए लगातार निगरानी में रखा गया। इस दौरान महिला के साथ उसका सात साल का बच्चा और बुजुर्ग पिता भी मौजूद थे। ठगों के डर से महिला मानसिक तनाव में आ गई और उन्होंने आरोपियों के कहने पर ₹8.10 लाख रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिए।
यह भी पढ़ें: दो-दो बेगमों के बीच फंसा अय्याश शौहर, 1 को लेकर घुमाने गया तो दूसरी ने कर दिया कांड...
पुलिस ने तीन आरोपियों को दबोचा
महिला ने हिम्मत जुटाकर नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से फर्जी दस्तावेज, मोबाइल फोन और साइबर अपराध में इस्तेमाल किए गए डिवाइस बरामद किए गए हैं।
अलर्ट रहने की जरूरत
वहीं पुलिस ने इस तरह की ठगी को लेकर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। अगर कोई भी व्यक्ति खुद को सरकारी एजेंसी का अधिकारी बताकर डराने की कोशिश करे तो बिना देरी किए पुलिस या साइबर सेल से संपर्क करें।