Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 10 Apr, 2025 03:40 PM
बरेली के इज्जतनगर इलाके में एक किराए के घर से ऐसा हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट पकड़ा गया है जिसने पुलिस को भी हैरानी में डाल दिया।
नेशलन डेस्क: बरेली के इज्जतनगर इलाके में एक किराए के घर से ऐसा हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट पकड़ा गया है जिसने पुलिस को भी हैरानी में डाल दिया। हर शाम जैसे ही अंधेरा गहराता, सात लड़कियां उस मकान में पहुंच जातीं और शुरू हो जाता था जिस्मफरोशी का गोरखधंधा। इस रैकेट की कमान कोलकाता की एक युवती पार्वती के हाथों में थी जो देश के अलग-अलग हिस्सों से ही नहीं बल्कि नेपाल और विदेशी लड़कियों तक की "डिमांड" पूरी करने में सक्षम थी। पुलिस की कार्रवाई में 15 लोगों की गिरफ्तारी और आपत्तिजनक सामान की बरामदगी ने इस संगठित अपराध की परतें खोल दी हैं।
कैसे हुआ खुलासा?
बरेली के एसएसपी ने गुप्त सूचनाओं के लिए एक सीक्रेट नंबर जारी कर रखा है जिस पर कोई भी व्यक्ति बिना अपनी पहचान बताए अपराध की सूचना दे सकता है। दो दिन पहले इस नंबर पर एक कॉल आई जिसमें इज्जतनगर क्षेत्र में चल रहे देह व्यापार की जानकारी दी गई। एसएसपी ने तुरंत खुफिया विभाग को जांच सौंपी। सूचना की पुष्टि होते ही आईपीएस अधिकारी मानुष पारीक के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई जिसमें एक डिप्टी एसपी और एक इंस्पेक्टर शामिल थे। टीम ने घेराबंदी कर उस मकान में छापा मारा जहां हर शाम सात लड़कियां किराए के मकान में पहुंचती थीं।
छापेमारी में क्या-क्या मिला?
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सात युवतियां गिरफ्तार की गईं जो उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर की रहने वाली हैं
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15 लोगों को पकड़ा गया, जिनमें लड़कियों की सप्लाई करने वाले और ग्राहक भी शामिल थे
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28,500 रुपये नकद, मोबाइल फोन और आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई
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पुलिस ने डिजिटल पेमेंट की रसीदें और मोबाइल चैट्स भी जब्त की हैं जो रैकेट का पुख्ता सबूत हैं
कौन है इस रैकेट की मास्टरमाइंड?
इस पूरे रैकेट की मास्टरमाइंड है कोलकाता की रहने वाली पार्वती, जो पिछले कुछ महीनों से बरेली में रहकर इस धंधे को चला रही थी। मकान उर्मिला नाम की महिला के नाम पर किराए पर लिया गया था, और पार्वती उसी के साथ मिलकर नेटवर्क का संचालन करती थी।
गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी
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पार्वती (कोलकाता) – रैकेट की मुख्य संचालक
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उर्मिला – मकान किराए पर लेकर संचालन में मददगार
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ब्यूटी विश्वास, मलीना मिस्त्री, निशा – अन्य महिलाएं
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अभिषेक पटेल, अफलाक, वैभव गोयल, अमर सिंह, बुद्धसेन, ताविश, अजय सागर, सर्वेश, फैमी – ग्राहक और सहयोगी
कैसे होता था सौदा?
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ग्राहकों को मोबाइल कॉल के जरिए संपर्क किया जाता था
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उनकी पसंद के अनुसार लड़की की सप्लाई की जाती थी
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प्रति ग्राहक 1000 से 2000 रुपये वसूले जाते थे
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डिजिटल भुगतान की भी सुविधा थी
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युवतियों ने बताया कि वे अपने महंगे शौक पूरे करने और पैसे कमाने के लालच में इस धंधे में शामिल हुईं
क्या कहती है पुलिस?
पुलिस इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश में है कि इन लोगों के तार किन-किन राज्यों और देशों से जुड़े हुए हैं। पुलिस को संदेह है कि यह गिरोह एक बड़े अंतरराज्यीय नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।
जेल भेजे गए सभी आरोपी
पूछताछ के बाद पुलिस ने सभी 15 आरोपियों को जेल भेज दिया है। साथ ही अन्य संभावित ठिकानों की छानबीन भी शुरू कर दी गई है। पुलिस ने यह भी बताया कि जल्द ही इस रैकेट से जुड़े और भी लोग गिरफ्त में आ सकते हैं।