Edited By Anu Malhotra,Updated: 25 Jan, 2025 09:05 AM
कॅरियर के प्रति जागरूक युवाओं के देर से शादी करने और कम संतान की प्रवृत्ति के चलते समाज में जनसंख्या वृद्धि दर (री-जनरेशन रेट) कम हो रही है। इस चुनौती का समाधान खोजने के लिए ब्राह्मण समाज, माहेश्वरी समाज और गुजराती समाज ने नए प्रोत्साहन कार्यक्रमों...
नेशनल डेस्क: कॅरियर के प्रति जागरूक युवाओं के देर से शादी करने और कम संतान की प्रवृत्ति के चलते समाज में जनसंख्या वृद्धि दर (री-जनरेशन रेट) कम हो रही है। इस चुनौती का समाधान खोजने के लिए ब्राह्मण समाज, माहेश्वरी समाज और गुजराती समाज ने नए प्रोत्साहन कार्यक्रमों की घोषणा की है। इन नीतियों का उद्देश्य सही समय पर शादी और संतान बढ़ाने को बढ़ावा देना है। आइए जानते हैं इन समाजों की घोषणाएं:
माहेश्वरी समाज: जल्दी शादी और तीसरी संतान पर विशेष योजना
माहेश्वरी समाज ने परिवारों को प्रोत्साहित करने के लिए सूरत में हुई अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महासभा की बैठक में महत्वपूर्ण फैसले लिए गए जिसमें:
शादी पर प्रोत्साहन: यदि युवतियों की शादी 21 वर्ष और युवकों की 23 वर्ष की उम्र में होती है, तो समाज की ओर से नवविवाहित जोड़े को 1 लाख रुपए की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) दी जाएगी।
तीसरी संतान पर प्रोत्साहन: तीसरी संतान के जन्म पर परिवार को 51 हजार रुपए की FD का लाभ मिलेगा।
समाज की रिपोर्ट के अनुसार, कम बच्चे और दोनों जीवनसाथियों के कामकाजी होने से समाज की आबादी और जेंडर गैप में कमी देखी जा रही है।
गुजराती समाज: दूसरी और तीसरी संतान पर प्रोत्साहन राशि
भोपाल में गुजराती समाज के अध्यक्ष संजय पटेल ने बताया कि बच्चों की परवरिश के बढ़ते खर्च के कारण लोग संतान पैदा करने से बच रहे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए समाज ने आर्थिक प्रोत्साहन योजना तैयार की है:
दूसरी संतान पर:
बेटी होने पर 51,000 रुपए।
बेटा होने पर 25,000 रुपए।
तीसरी संतान पर:
बेटी होने पर 1,01,000 रुपए।
बेटा होने पर 51,000 रुपए।
समाज ने यह योजना सामाजिक ताने-बाने को बचाने और परिवारों को संतान पालन में सहयोग देने के लिए बनाई है।
ब्राह्मण समाज: चार संतानों पर मिलेगा 1 लाख का पुरस्कार
सनाढ्य ब्राह्मण समाज के इंदौर में आयोजित परिचय सम्मेलन में समाज संरक्षक पं. विष्णु राजौरिया ने समाज में आबादी बढ़ाने को प्रोत्साहित करने के लिए घोषणा की:
चार संतानों वाले परिवारों को 1 लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और जनसंख्या स्थिरता को बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है।
इन समाजों द्वारा लागू की गई प्रोत्साहन योजनाएं समाज की घटती जनसंख्या और बदलते पारिवारिक ढांचे को संतुलित करने का प्रयास हैं। जल्दी शादी, बच्चों की संख्या बढ़ाने और परिवारों को आर्थिक सहयोग देने जैसे कदम समाजों में स्थायित्व और मजबूती लाने में सहायक हो सकते हैं।