Edited By Mahima,Updated: 03 Jan, 2025 09:51 AM
पाकिस्तान ने वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट का हवाला देते हुए भारत की खुफिया एजेंसी RAW पर आरोप लगाया कि वह पाकिस्तान के अंदर आतंकवादियों की हत्या कर रही है। पाकिस्तान की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने इसे वैश्विक चिंता का विषय बताया। इससे पहले, पाकिस्तान...
नेशनल डेस्क: पाकिस्तान भारत की खुफिया एजेंसी RAW से डरा हुआ दिखाई दे रहा है, खासकर हालिया रिपोर्टों के बाद जिसमें भारत पर पाकिस्तान में आतंकवादियों के खिलाफ कथित रूप से अभियान चलाने का आरोप लगाया गया था। अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट और ब्रिटिश मीडिया आउटलेट द गार्जियन की रिपोर्ट्स में कहा गया था कि भारत की खुफिया एजेंसी RAW पाकिस्तान में आतंकवादियों की हत्या कर रही है और यह अभियान 2021 से चल रहा है। इन रिपोर्ट्स के बाद पाकिस्तान ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और भारत पर आरोप लगाए हैं कि उसकी कार्रवाई केवल पाकिस्तान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह वैश्विक सुरक्षा के लिए भी खतरे का कारण बन सकती है।
भारत बना रहा पाकिस्तान में आतंकवादियों को निशाना
वशिंगटन पोस्ट ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में RAW पर आरोप लगाया था कि भारत लगातार पाकिस्तान में आतंकवादियों को निशाना बना रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत का यह अभियान 2021 से चल रहा है और इसमें आतंकवादियों की हत्याएं की गईं। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि भारत ने एक ऑपरेशन तैयार किया था जिसमें 20 आतंकवादियों को विदेशों में निशाना बनाना था, और इनमें से कुछ आतंकवादियों को मार भी दिया गया था। अखबार के मुताबिक, यह सभी ऑपरेशंस भारत की सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पाकिस्तान और अन्य देशों में चलाए जा रहे थे, ताकि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इन आरोपों के अनुसार, भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस अभियान से पूरी तरह से अवगत थे और इसे स्वीकृति दी थी। इसके अलावा, द गार्जियन ने भी ऐसी ही रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें भारत के खुफिया अभियान की विस्तार से चर्चा की गई थी। इन रिपोर्टों ने पाकिस्तानी अधिकारियों को झकझोर दिया और पाकिस्तान ने इसके खिलाफ त्वरित प्रतिक्रिया दी।
भारत का अभियान अब वैश्विक चिंता का कारण
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत पर आरोप लगाया कि उसका आतंकवादियों के खिलाफ यह कथित अभियान अब सिर्फ पाकिस्तान तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर भी सुरक्षा चिंताओं का कारण बन चुका है। मुमताज ने कहा, "भारत का आतंकवादियों के खिलाफ हत्याओं और अपहरण का अभियान अब पाकिस्तान से बाहर भी फैल गया है। यह नेटवर्क सिर्फ पाकिस्तान तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया में इसके प्रभाव के कारण चिंता का विषय बन गया है।" उन्होंने यह भी कहा कि भारत की इन गतिविधियों से न केवल पाकिस्तान को खतरा हो सकता है, बल्कि पूरी दुनिया को इस तरह की खुफिया गतिविधियों से सुरक्षित रहना चाहिए। उनका यह बयान दर्शाता है कि पाकिस्तान अब भारत की खुफिया एजेंसी के कार्यों को एक अंतरराष्ट्रीय समस्या के रूप में देख रहा है।
पाकिस्तान और अमेरिका के बीच विवाद
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया कुछ हद तक आश्चर्यजनक है, क्योंकि यही पाकिस्तान अमेरिका द्वारा उठाए गए कुछ मुद्दों पर पहले असहमत था। उदाहरण के लिए, जब अमेरिका ने पाकिस्तान के आम चुनावों में धांधली को लेकर सवाल उठाए थे, तब मुमताज जहरा बलोच ने अमेरिका के इस आरोप का कड़ा विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान रचनात्मक बातचीत और सहभागिता में विश्वास करता है, और अमेरिका का यह प्रस्ताव न तो रचनात्मक था और न ही उद्देश्यपूर्ण। हालांकि, पाकिस्तान के लिए अब RAW की कथित गतिविधियों को लेकर अमेरिकी रिपोर्ट को लेकर प्रतिक्रिया देना मजबूरी बन गया है, क्योंकि पाकिस्तान के लिए यह आरोप सीधे तौर पर उसकी सुरक्षा से जुड़ा हुआ है।
पाकिस्तान में आतंकवादियों की हत्याएं
भारत ने पाकिस्तान द्वारा लगाए गए आरोपों का कड़ा खंडन किया है। भारत का कहना है कि वह कभी भी आतंकवाद का समर्थन नहीं करता और न ही उसकी कोई खुफिया एजेंसी पाकिस्तान में आतंकवादियों की हत्याएं कर रही है। भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को अपनी सरजमीं पर आतंकवादी गतिविधियों को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान में आतंकवादियों को समर्थन देने के आरोप पहले भी लगाए जा चुके हैं। भारत का कहना है कि पाकिस्तान में कई आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हक्कानी नेटवर्क शामिल हैं, जो भारत के खिलाफ हमले करने के लिए पाकिस्तान से संचालित होते हैं। भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को इन आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और आतंकवाद के खात्मे के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
पाकिस्तान-भारत के बीच बढ़ता तनाव
भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से तनाव है और यह आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला लगातार जारी है। पाकिस्तान का कहना है कि भारत कश्मीर में मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है और वहां की मुस्लिम जनसंख्या को परेशान कर रहा है। वहीं, भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद का समर्थन करने और सीमा पार से आतंकवादियों को भेजने का आरोप लगाया है। इन मुद्दों के कारण दोनों देशों के बीच रिश्तों में तनाव बना हुआ है और इस विवाद का कोई हल निकलता दिखाई नहीं दे रहा है। अगर पाकिस्तान द्वारा लगाए गए आरोपों की सच्चाई साबित होती है, तो यह भारतीय खुफिया एजेंसी के लिए गंभीर कानूनी और अंतरराष्ट्रीय दवाब का कारण बन सकता है। वहीं, भारत का यह कहना कि पाकिस्तान आतंकवादियों को पनाह दे रहा है, इस मामले को और अधिक जटिल बना सकता है। इस समय दोनों देशों के बीच तनाव और खुफिया कार्रवाई के आरोपों के कारण भविष्य में संबंधों में और भी अधिक कटुता आ सकती है।