Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 20 Jan, 2025 08:47 PM
भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा पर बाड़ लगाने को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। भारत ने अपनी सीमा को सुरक्षा देने के लिए बाड़ लगाने का काम तेज कर दिया है, लेकिन बांग्लादेश इसे लेकर चिंतित है। हाल ही में बांग्लादेश ने इस मामले पर भारत से कड़ी आपत्ति...
नेशनल डेस्क: भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा पर बाड़ लगाने को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। भारत ने अपनी सीमा को सुरक्षा देने के लिए बाड़ लगाने का काम तेज कर दिया है, लेकिन बांग्लादेश इसे लेकर चिंतित है। हाल ही में बांग्लादेश ने इस मामले पर भारत से कड़ी आपत्ति जताई और इसे द्विपक्षीय समझौतों का उल्लंघन बताया। आइए जानते हैं इस विवाद के कारणों और इसके पीछे की जटिलताओं को।
सीमा पर बाड़ लगाने का काम शुरु
भारत और बांग्लादेश की सीमा की लंबाई 4,096 किलोमीटर है, जो भारत की किसी अन्य देश के साथ सीमा से सबसे लंबी है। यहां पर भारत ने सुरक्षा के मद्देनजर बाड़ लगाने का काम शुरू किया है। विशेष रूप से पश्चिम बंगाल और अन्य पूर्वी राज्यों में बाड़ लगाने का काम तेजी से चल रहा है। गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 3,141 किलोमीटर लंबी सीमा पर बाड़ लगाई जा चुकी है।
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बांग्लादेश की जताई आपत्ति
बांग्लादेश ने इस बाड़ को लेकर अपनी चिंता जताई है, खासकर स्मार्ट फेंसिंग के इस्तेमाल को लेकर। स्मार्ट फेंसिंग में आधुनिक कैमरे और निगरानी उपकरण लगे होते हैं, और बांग्लादेश का आरोप है कि भारत इन उपकरणों का इस्तेमाल बांग्लादेशी क्षेत्र पर निगरानी रखने के लिए कर सकता है। इसके अलावा, बांग्लादेश का कहना है कि 1975 के द्विपक्षीय समझौते के अनुसार सीमा पर कोई भी रक्षा ढांचा, जैसे बाड़, बनाना प्रतिबंधित है, लेकिन भारत इसे लागू नहीं कर रहा है।
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भारत का क्या है तर्क?
भारत का कहना है कि यह बाड़ सीमा पार अपराधों से बचने के लिए लगाई जा रही है और यह रक्षा ढांचा नहीं है। भारत का कहना है कि यह बाड़ मवेशियों की आवाजाही को रोकने, सीमा पार अवैध गतिविधियों को कम करने और सुरक्षा बढ़ाने के लिए बनाई जा रही है। इसके साथ ही, भारत के अधिकारियों का कहना है कि सीमा पर बसे गांवों को आने-जाने में कोई दिक्कत नहीं होगी, इसके लिए दरवाजों का प्रबंध किया गया है।
भारत और बांग्लादेश के बीच साल 1975 में एक समझौता हुआ था, जिसमें तय किया गया था कि दोनों देशों के बीच 150 गज के भीतर कोई रक्षा ढांचा नहीं बनेगा। हालांकि, भारत का कहना है कि यह बाड़ रक्षा ढांचा नहीं है, बल्कि यह केवल सुरक्षा के उद्देश्य से है। बांग्लादेश का तर्क है कि यह समझौता स्पष्ट रूप से किसी भी प्रकार के सुरक्षा ढांचे के निर्माण को मना करता है, और भारत इस समझौते का उल्लंघन कर रहा है।
सीमा पर ग्रामीणों की स्थिति कैसी
सीमा पर कई गांव ऐसे हैं, जो दोनों देशों की सीमा के अंदर हैं। इन गांवों के लोग बार-बार सीमा पार करते रहते हैं। बांग्लादेश के गांवों के मवेशी भारत की फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिसके कारण स्थानीय लोग बाड़ लगाने के पक्ष में हैं। हालांकि, बांग्लादेश ने इसका विरोध किया है और यह तर्क दिया है कि इससे ग्रामीणों को आने-जाने में मुश्किल होगी।
क्या है स्मार्ट फेंसिंग?
स्मार्ट फेंसिंग के अंतर्गत कैमरे, फ्लैशलाइट्स और अन्य निगरानी उपकरण लगाए जाते हैं। इसका उद्देश्य सीमा पार होने वाली गतिविधियों पर नजर रखना और अपराधों को रोकना होता है। बांग्लादेश का आरोप है कि इन उपकरणों से भारत उनके क्षेत्र में भी नजर रख सकता है। हालांकि, भारत ने यह कहा है कि यह फेंसिंग केवल सुरक्षा और अपराधों को रोकने के लिए बनाई जा रही है।