Edited By Parminder Kaur,Updated: 03 Nov, 2024 02:46 PM
दुनिया भर में डेटा सेंटरों की बढ़ती संख्या और तेजी से चल रहे 5G नेटवर्क के कारण एक नए उद्योग ऑप्टिक फाइबर केबल्स (OFCs) का विकास हो रहा है। अगले दशक में इस क्षेत्र में भारी निवेश की उम्मीद है, जिससे सेवा प्रदाता और फाइबर निर्माता स्थानीय स्तर पर...
नेशनल डेस्क. दुनिया भर में डेटा सेंटरों की बढ़ती संख्या और तेजी से चल रहे 5G नेटवर्क के कारण एक नए उद्योग ऑप्टिक फाइबर केबल्स (OFCs) का विकास हो रहा है। अगले दशक में इस क्षेत्र में भारी निवेश की उम्मीद है, जिससे सेवा प्रदाता और फाइबर निर्माता स्थानीय स्तर पर स्थापना को मजबूत करने के साथ-साथ क्षमता बढ़ाने और निर्यात को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
इन्वेस्टमेंट बैंकिंग फर्म एवेंडस कैपिटल का अनुमान है कि अगले दशक में डेटा सेंटर फाइबर के लिए लगभग 2 अरब डॉलर का पूंजी व्यय होगा, और वैश्विक निजी इक्विटी फंड भारत में इस मौके को देख रहे हैं। डेलॉयट का अनुमान है कि भारत में कुल फाइबर स्थापना 2024 तक 4 मिलियन किलोमीटर तक पहुँच जाएगी, जो अगले दो वर्षों में 12-15% की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
निर्माताओं को भारत के पहले से स्थापित निर्यात बाजारों का लाभ उठाने की योजना है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, FY24 में भारत के OFC निर्यात 100 से अधिक देशों में 39,600 करोड़ रुपये के रहे। इनमें से लगभग आधे शिपमेंट प्रमुख यूरोपीय देशों स्पेन, नीदरलैंड, पोलैंड, इटली और चेक गणराज्य को गए हैं।
यह ध्यान देने योग्य है कि अब फाइबर केवल टेलीकॉम कंपनियों तक सीमित नहीं है, क्योंकि नए उद्यम जैसे लाइटस्टॉर्म और स्पेस वर्ल्ड ग्रुप भी अपनी खुद की अवसंरचना बिछा रहे हैं।
लाइटस्टॉर्म अमेरिका की PE फर्म है, जो Squared Capital द्वारा समर्थित है। इसने पिछले चार वर्षों में 30,000 किमी का फाइबर नेटवर्क बिछाने में 100 मिलियन डॉलर से अधिक का निवेश किया है, जिससे 60 डेटा सेंटरों को जोड़ा गया है। लाइटस्टॉर्म के समूह के सीईओ और प्रबंध निदेशक, अमजीत गुप्ता ने ईटी को बताया कि कंपनी अब विलय और अधिग्रहण (M&A) के अवसरों की तलाश कर रही है। उनका लक्ष्य अपने नेटवर्क का विस्तार करना और अन्य कंपनियों के साथ सहयोग के जरिए विकास को गति देना है। यह निवेश लाइटस्टॉर्म को डेटा सेंटर उद्योग में एक प्रमुख खिलाड़ी बनाने के लिए महत्वपूर्ण है और कंपनी के भविष्य के विकास की योजनाओं में इसका बड़ा योगदान होगा।