Edited By Parveen Kumar,Updated: 23 Nov, 2024 08:51 PM
गोवा में चल रहे 55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में आज दक्षिण एशिया के सबसे बड़े फिल्म बाजार, फिल्म बाजार के 18वें संस्करण का शानदार शुभारंभ हुआ।
नेशनल डेस्क : गोवा में चल रहे 55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में आज दक्षिण एशिया के सबसे बड़े फिल्म बाजार, फिल्म बाजार के 18वें संस्करण का शानदार शुभारंभ हुआ। फिल्म बाजार, IFFI का एक अहम हिस्सा है, जो फिल्म निर्माताओं और फिल्म उद्योग के पेशेवरों को एक मंच पर लाता है, जहां वे एक-दूसरे से जुड़ सकते हैं, सहयोग कर सकते हैं और सिनेमा के भविष्य पर चर्चा कर सकते हैं।
इस अवसर पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने फिल्म बाजार का उद्घाटन किया और बताया कि इस वर्ष पंजीकरण का रिकॉर्ड टूट गया है, जिसमें 1500 से ज्यादा पंजीकरण हुए हैं और 10 से अधिक देशों के मंडप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा, "यह फिल्म निर्माताओं के लिए एक अद्भुत अवसर है, जहां वे अपने विचारों को प्रस्तुत कर सकते हैं और उद्योग में सौदे हासिल कर सकते हैं।"
संजय जाजू ने IFFI की युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को भी सराहा। उन्होंने क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो (CMOT) कार्यक्रम के बारे में भी बताया, जिसमें भारत के 100 सबसे होनहार युवा फिल्म निर्माताओं को एक साथ लाया गया है।
इस मौके पर फिल्म निर्माता शेखर कपूर ने फिल्म बाजार को एक शानदार मंच बताया, जहां युवा फिल्म निर्माता अपने काम को जुनून के साथ प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने कहा, "यहां युवाओं की ऊर्जा भरपूर होती है और मैं खुद यहां आकर उनके जुनून को महसूस करना चाहता हूं।"
इसके साथ ही, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव और NFDC के MD पृथुल कुमार ने ऑनलाइन फिल्म बाजार की शुरुआत की घोषणा की। यह एक अभिनव प्लेटफॉर्म है, जो वैश्विक खरीदारों और विक्रेताओं को एक दूसरे से जोड़ने, विचारों का आदान-प्रदान करने और सिनेमा के व्यापार को बढ़ाने का काम करेगा।
इस आयोजन में फिल्म और वेब सीरीज़ के सह-निर्माण बाजार का भी अनावरण किया गया, जिसमें सात देशों की 21 फीचर फिल्में और आठ वेब सीरीज शामिल हैं। साथ ही, इस साल 208 फिल्मों को देखने के लिए उपलब्ध कराया जाएगा, जिनमें फीचर, मध्यम लंबाई और लघु फिल्में शामिल हैं। फिल्म बाजार की इस उद्घाटन समारोह में जेरोम पैलार्ड, सलाहकार फिल्म बाजार, और निकोलस मैककैफ्रे, भारत में ऑस्ट्रेलिया के उप उच्चायुक्त जैसे प्रतिष्ठित अतिथि भी मौजूद रहे।