Edited By Anu Malhotra,Updated: 16 Apr, 2025 04:15 PM
अगर आप भविष्य के लिए बेहतर फाइनेंशियल प्लानिंग की सोच रहे हैं और रिस्क लेने का थोड़ा साहस रखते हैं, तो म्यूचुअल फंड एक शानदार विकल्प बन सकता है। आजकल की महंगाई को देखते हुए केवल सेविंग अकाउंट या फिक्स्ड डिपॉजिट से बड़ा फंड बनाना मुश्किल हो जाता है।...
नेशनल डेस्क: अगर आप भविष्य के लिए बेहतर फाइनेंशियल प्लानिंग की सोच रहे हैं और रिस्क लेने का थोड़ा साहस रखते हैं, तो म्यूचुअल फंड एक शानदार विकल्प बन सकता है। आजकल की महंगाई को देखते हुए केवल सेविंग अकाउंट या फिक्स्ड डिपॉजिट से बड़ा फंड बनाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में म्यूचुअल फंड एक ऐसा निवेश जरिया बन चुका है, जिसमें न सिर्फ शेयर बाजार की कमाई शामिल होती है, बल्कि कंपाउंडिंग का दमदार असर भी मिलता है।
मान लीजिए आप अभी ₹5 लाख रुपये म्यूचुअल फंड में एकमुश्त निवेश करते हैं। अगर इस निवेश पर हर साल 12% का अनुमानित रिटर्न मिलता है, तो 10 साल में यह रकम बढ़कर करीब ₹15.52 लाख हो सकती है। वहीं अगर सालाना 15% का रिटर्न मिल जाए तो यह राशि लगभग ₹20.22 लाख तक पहुंच सकती है।
म्यूचुअल फंड की खास बात ये है कि इसमें कई अलग-अलग सेक्टर और कंपनियों में पैसा लगाया जाता है, जिससे रिस्क थोड़ा फैल जाता है। साथ ही, SIP के अलावा एकमुश्त निवेश भी लंबी अवधि में जबरदस्त रिटर्न दे सकता है – खासकर तब जब आप धैर्य बनाए रखें।
हालांकि, ये रिटर्न पूरी तरह बाजार की स्थिति पर निर्भर करते हैं और गारंटी नहीं होते, लेकिन इतिहास गवाह है कि लंबी अवधि में म्यूचुअल फंड ने शानदार प्रदर्शन किया है।