Edited By Harman Kaur,Updated: 05 Sep, 2024 02:14 PM
असम पुलिस (Assam Police) ने हाल ही में 22,000 करोड़ रुपए के एक बड़े वित्तीय घोटाले का पर्दाफाश किया है। इस घोटाले में दलालों ने लोगों को पैसा दोगुना करने का झांसा देकर ऑनलाइन शेयर बाजार में धोखाधड़ी की। इस घोटाले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।...
नेशनल डेस्क: असम पुलिस (Assam Police) ने हाल ही में 22,000 करोड़ रुपए के एक बड़े वित्तीय घोटाले का पर्दाफाश किया है। इस घोटाले में दलालों ने लोगों को पैसा दोगुना करने का झांसा देकर ऑनलाइन शेयर बाजार में धोखाधड़ी की। इस घोटाले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। वहीं, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने लोगों को सलाह दी है कि वे ऑनलाइन ट्रेडिंग फर्मों से सावधान रहें, क्योंकि बिना मेहनत पैसे दोगुना करने का दावा करने वाली स्कीमें अक्सर धोखाधड़ी होती हैं।
60 दिनों में 30 प्रतिशत रिटर्न देने का दावा करता था आरोपी
पुलिस ने यह कार्रवाई उन रिपोर्ट्स के आधार पर की, जिनमें बताया गया था कि कई ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनियां सेबी या आरबीआई के नियमों का पालन किए बिना राज्य में काम कर रही थीं। पुलिस के मुताबिक, विशाल फुकन अपनी शानदार लाइफस्टाइल दिखाकर लोगों को आकर्षित करता था और 60 दिनों के भीतर 30 प्रतिशत रिटर्न देने का दावा करता था। उसने चार नकली कंपनियां बनाई थीं।
घोटाले में असमिया कोरियोग्राफर की भी तलाश कर रही पुलिस
पुलिस ने डिब्रूगढ़ में उसके घर पर छापा मारकर घोटाले से जुड़े कई दस्तावेज जब्त किए हैं। इसके अलावा, पुलिस असमिया कोरियोग्राफर सुमी बोरा की भी तलाश कर रही है, जो फुकन के नेटवर्क से जुड़ी बताई जा रही है। फुकन ने असम की फिल्म इंडस्ट्री में भी निवेश किया था और उसके नाम पर कई संपत्तियां भी हैं।
ये भी पढ़ें....
- नागौर का 539 साल पुराना 'कांच का मंदिर', हाथी दांत से नक्काशी और रहस्यमयी ताले की अनसुलझी पहेली
राजस्थान के नागौर शहर में जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव का 539 साल पुराना मंदिर स्थित है। यह मंदिर धार्मिक और पर्यटक दोनों के लिए खास आकर्षण का केंद्र है। इस मंदिर में भगवान ऋषभदेव की अष्टधातु से बनी मूर्ति स्थापित है, जो शहर के खत्रीपुरा में चोरडिया परिवार के घर से प्राप्त हुई थी। यह मूर्ति संवत 1541 में इस मंदिर में प्रतिष्ठित की गई थी।