Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 27 Jan, 2025 12:23 PM
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक दिलचस्प और कुछ हद तक विवादित मामला सामने आया है, जिसमें एक भिखारी के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। यह मामला तब सामने आया जब एक शख्स ने पुलिस में शिकायत की कि एक भिखारी ने उसे पकड़कर भीख मांगी, जबकि वह शारीरिक रूप से...
नेशनल डेस्क: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक दिलचस्प और कुछ हद तक विवादित मामला सामने आया है, जिसमें एक भिखारी के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। यह मामला तब सामने आया जब एक शख्स ने पुलिस में शिकायत की कि एक भिखारी ने उसे पकड़कर भीख मांगी, जबकि वह शारीरिक रूप से स्वस्थ था। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और भिखारी को हिरासत में ले लिया।
क्या हुआ था मामला?
यह घटना भोपाल के एमपी नगर इलाके के बोर्ड ऑफिस चौराहे के पास हुई। एक शख्स ने अपनी शिकायत में बताया कि वह चौराहे से गुजर रहा था, तभी एक भिखारी ने उसका हाथ पकड़कर उससे भीख मांगी। जब उस शख्स ने भिखारी से पूछा कि वह शारीरिक रूप से स्वस्थ दिखता है, तो वह भीख क्यों मांग रहा है, भिखारी ने जवाब दिया कि 'भीख मांगना ही उसका काम है और वह इसी से अपना जीवन यापन करता है।' इसके बाद उस शख्स ने यह मामला पुलिस में दर्ज करवाया। पुलिस ने भिखारी के खिलाफ मध्य प्रदेश भिक्षा वृद्धि निवारण अधिनियम के तहत FIR दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया।
शारीरिक रूप से स्वस्थ होने के बावजूद भी भीख क्यों?
इस पूरे मामले ने सवाल उठाया है कि क्या शारीरिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति को भी भीख मांगने का अधिकार होना चाहिए? मध्य प्रदेश पुलिस के अनुसार, लंबे समय से ऐसी शिकायतें मिल रही थीं कि भोपाल के प्रमुख चौराहों पर लोग, जिनकी शारीरिक स्थिति ठीक होती है, वह भीख मांगते हैं। इन लोगों की वजह से अन्य लोग मजबूर हो जाते हैं और उन्हें भीख देनी पड़ती है।
पुलिस के मुताबिक, इस प्रकार के मामलों में नागरिकों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की गई है।
केंद्र सरकार का अभियान, भिखारी मुक्त शहर
यह घटना इस संदर्भ में महत्वपूर्ण है कि केंद्र सरकार ने देश भर के बड़े शहरों में भिखारी मुक्त शहर बनाने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। इस अभियान के तहत, दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, इंदौर, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, पटना और अहमदाबाद जैसे प्रमुख शहरों में भीख मांगने पर रोक लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस अभियान के तहत न केवल भिखारियों को काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, बल्कि नागरिकों को भी भीख देने से रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं।