Edited By rajesh kumar,Updated: 28 Nov, 2023 04:14 PM
उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को किसी भी समय बाहर निकाला जा सकता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को कहा कि बाबा बौखनाग के अपार आशीर्वाद से बचाव एजेंसियों ने सुरंग में पाइप डालने का काम पूरा कर लिया है।
नेशनल डेस्क: उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को किसी भी समय बाहर निकाला जा सकता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को कहा कि बाबा बौखनाग के अपार आशीर्वाद से बचाव एजेंसियों ने सुरंग में पाइप डालने का काम पूरा कर लिया है। किसी भी समय हमारे भाइयों को जल्द ही बाहर निकाल लिया जाएगा। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों व विशेषज्ञों की टीमें तैनात कर दीं है। इसका एक वीडियो भी सामने आया है।
एएनआई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्वीटर) पर एक वीडियो जारी किया है, जिसमें आप देख सकते हैं कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से 8 बेड की व्यवस्था की गई है और डॉक्टरों व विशेषज्ञों की टीम तैनात की गई है। बचाव अभियान के चलते सुरंग के अंदर अस्थायी चिकित्सा सुविधा का विस्तार किया गया है। फंसे हुए मजदूरों को निकालने के बाद यहीं पर स्वास्थ्य परीक्षण दिया जाएगा।
लंबा इंतजार आज समाप्त हो जाएगा
सिलक्यारा सुरंग में बचावकर्मियों के जल्द ही मलबे के उस पार पहुंचने की उम्मीद कर रहे मजदूर मंजीत के पिता चौधरी ने मंगलवार को कहा कि लगता है कि उनका लंबा इंतजार आज समाप्त हो जाएगा। संवाददाताओं से बात करते समय आज चौधरी के चेहरे पर मुस्कान थी। चौधरी अपने एक पुत्र को पहले ही मुंबई में एक दुर्घटना में खो चुके हैं जिसके बाद मंजीत के सुरंग में फंसने से वह बहुत मायूस थे।
सुरंग में फंसे एक अन्य श्रमिक गब्बर सिंह नेगी के बड़े भाई जयमल सिंह ने कहा कि इस समय वह अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि आज प्रकृति भी खुश नजर आ रही है और ठंडी हवाओं से पेड़ और पत्ते झूम रहे हैं। उन्होंने भी बताया कि उन्हें सामान तैयार रखने तथा अगले आदेश का इंतजार करने को कहा गया है।
पीएम मोदी ने फोन पर ली जानकारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पुन: फोन कर उत्तरकाशी जिले के सिलक्यारा में सुरंग में फँसे 41 श्रमिकों के राहत एवं बचाव कार्य के संबंध में जानकारी ली। पीएम मोदी ने धामी से सुरंग में फंसे श्रमिकों का कुशल क्षेम जाना। उन्होंने ड्रिलिंग के संबंध में संपूर्ण जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि अंदर फंसे श्रमिकों के साथ ही बाहर राहत बचाव कार्य में जुटे लोगों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि अंदर फंसे श्रमिकों के परिजनों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो। साथ ही प्रधानमंत्री ने आगामी रणनीति पर भी चर्चा की।